ब्राह्मण-भूमिहार समाज के लोगों ने यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में कराया बिहार बंद का आयोजन, जानें मामला
By एस पी सिन्हा | Updated: March 23, 2023 16:21 IST2023-03-23T16:16:13+5:302023-03-23T16:21:06+5:30
लोगों ने गुरुवार की सुबह बख्तियारपुर-रजौली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-20 पर अकबरपुर के समीप नोनाय गांव के पास जाम लगा दिया। इधर, ट्विटर पर बिहार बंद ट्रेंड कर रहा है। मनीष कश्यप के समर्थक टि्वटर पर मनीष के समर्थन में ट्वीट करते रहे।

(Photo credit: Twitter)
पटना: यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को बिहार बंद का ऐलान किया गया था। इस बंद का आंशिक असर सुबह से कई जिलों से सामने आया। राज्य के कई शहरों में समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। पटना, शेखपुरा, वैशाली, बेतिया, जहानाबाद और नालंदा समेत कई शहरों में मनीष के समर्थक सड़कों पर उतरे और सड़कों को जाम किया।
प्रदर्शन के दौरान समर्थकों ने नीतीश और तेजस्वी के खिलाफ नारेबाजी की। जगह-जगह आगजनी कर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को खदेड़ा, फिर जाम खुलवाया। पटना के कारगिल चौक पर पुलिस के साथ धक्का-मुक्की। कारगिल चौक पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। पटना के आसपास के क्षेत्रों में भी बंद को लेकर मनीष के समर्थक सड़क पर उतरे।
लोगों ने गुरुवार की सुबह बख्तियारपुर-रजौली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-20 पर अकबरपुर के समीप नोनाय गांव के पास जाम लगा दिया। इधर, ट्विटर पर बिहार बंद ट्रेंड कर रहा है। मनीष कश्यप के समर्थक टि्वटर पर मनीष के समर्थन में ट्वीट करते रहे। समर्थकों का कहना है कि मनीष कश्यप को गलत फंसाया जा रहा है। ट्विटर पर ट्वीट कर उसके समर्थक मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि राज्य में बंद का आह्वान ब्राह्मण-भूमिहार समाज से आने वाले और राष्ट्रीय जन जन पार्टी के अध्यक्ष आशुतोष कुमार और मनीष कश्यप के समर्थकों ने किया था। समर्थकों ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच हो। सूत्रों के अनुसार मनीष कश्यप रिमांड के पहले दिन ईओयू के सामने गिड़गिड़ाता रहा। पूछताछ के दौरान वो माफी मांगता रहा।
डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर जब उससे पूछताछ की जा रही है, तो वह कई चीजें स्वीकार नहीं कर रहा है। ईओयू ने मनीष से पूछा कि वह वारंट निकलने के दौरान क्यों भागा और इस दौरान कहां रहा। इस पर मनीष ने बताया कि वह गुरुग्राम और दिल्ली गया था। उसे लगा था कि कुछ दिनों में मामला शांत हो जाएगा मगर कुर्की की कार्रवाई होता देख वह थाने में सरेंडर कर दिया।
ईओयू ने मनीष के सहयोगी नागेश कश्यप को भी गिरफ्तार किया है। कहा जा रहा है कि मनीष कश्यप का साथ देने वाले कई कोचिंग संचालक भी ईओयू के राडार पर हैं। खान सर से भी पूछताछ हो सकती है।