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'ओवैसी जैसे लोग भारत में जिन्ना संस्कृति चाहते हैं', समान नागरिक संहिता को लेकर बोले उत्तराखंड के सीएम धामी

By रुस्तम राणा | Updated: July 1, 2023 21:08 IST

समान नागरिक संहिता पर सीएम धामी ने कहा, "यूसीसी कमेटी को काम करते हुए एक साल से ज्यादा समय हो गया है। कमेटी ने हमें 30 जून को सूचित किया कि उन्होंने मसौदा पूरा कर लिया है और अब इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।" 

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ठळक मुद्देसीएम धामी ने कहा, यूसीसी कमेटी को काम करते हुए एक साल से ज्यादा समय हो गया हैकमेटी ने हमें 30 जून को सूचित किया कि उन्होंने मसौदा पूरा कर लिया हैमुख्यमंत्री ने कहा, अब इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी

नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण बजट में 40 प्रतिशत की कटौती के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाने के एक दिन बाद, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ओवैसी पर निशाना साधा। पहाड़ी राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि औवैसी जैसे लोग जिन्ना की संस्कृति को आगे बढ़ाते हैं। मीडिया से बात करते हुए, सीएम धामी ने कहा, पीएम मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। भारत को दुनिया भर में पहचान मिल रही है।

इससे पहले शुक्रवार को ओवैसी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए दावा किया था कि भारत में मुस्लिम, उच्च जाति (यूसी) के लोग हिंदू अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों से ज्यादा गरीब हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुसलमानों के बीच एक 'समूह' पसमांदा मुसलमानों को आगे नहीं बढ़ने देता, लेकिन सच्चाई यह है कि सभी मुसलमान गरीब हैं और यूसी मुसलमान ओबीसी हिंदुओं से भी ज्यादा गरीब हैं। वह सभी भारतीयों के प्रधान मंत्री हैं, फिर उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण बजट में 40% की कटौती क्यों की है? 

समान नागरिक संहिता पर सीएम धामी ने कहा, "यूसीसी कमेटी को काम करते हुए एक साल से ज्यादा समय हो गया है। कमेटी ने हमें 30 जून को सूचित किया कि उन्होंने मसौदा पूरा कर लिया है और अब इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।" 

इससे पहले एक ट्वीट में सीएम धामी ने कहा, ''राज्य की जनता से किए गए वादे के मुताबिक आज 30 जून को समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करने के लिए गठित समिति ने अपना काम पूरा कर लिया है। देवभूमि उत्तराखंड में जल्द ही यूनिफॉर्म सिविल कोड (समान नागरिक संहिता) लागू किया जाएगा।"

टॅग्स :पुष्कर सिंह धामीसमान नागरिक संहिता (यूनिफॉर्म सिविल कोड)असदुद्दीन ओवैसीएआईएमआईएमउत्तराखण्ड
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