पटनाः लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक रामविलास पासवान की विरासत की लड़ाई को लेकर चाचा-भतीजे में जुबानी जंग लगातार जारी है। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के अध्यक्ष पशुपति पारस ने भतीजे चिराग पासवान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पहले वह तय करें कि किस गठबंधन में हैं।
पशुपति पारस ने सड़क पर मरने वाले जानवर की मिसाल देते हुए कहा कि उनके बड़े भाई रामविलास पासवान कहा करते थे कि सड़क पर वही जानवर मरता है, जो डिसीजन नहीं कर पाता है कि पूरब जाएं कि पश्चिम जाएं। उसकी स्थिति भी वही है।
केंद्रीय मंत्री पशुपति ने कहा कि पहले उससे पूछिए की वे (चिराग पासवान) कौन से गठबंधन में हैं? वे पहले फैसला करें कि वे NDA में हैं या RJD गठबंधन में हैं? रालोजपा अध्यक्ष ने कहा, 'चिराग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते रहते हैं लेकिन राजद प्रमुख लालू यादव की इफ्तार पार्टी में शरीक होते हैं। नीतीश कुमार को जेल भेजने की बात करने वाले मुख्यमंत्री का पैर छूते हैं, आखिर ये कैसी राजनीति है।'
इससे पहले पशुपति पारस ने कहा था कि चिराग से उनका खून का रिश्ता नहीं है। पशुपति ने यह बात चिराग के उस बयान के संबंध में कही, जिसमें उन्होंने कहा था कि चाचा पशुपति उनके लिए चुनौती नहीं है। पशुपति ने कहा था- हमारा भतीजा क्यों कहता है जी? जब उसने कह दिया कि उसका खून अलग है और मेरा खून अलग है तो फिर वह मेरा भतीजा कैसे हो गया।
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने पिछले साल कहा था कि उनके लिए किसी भी ऐसे गठबंधन में शामिल होना असंभव होगा जिसमें वह (पशुपति) होंगे। पारस इस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में मंत्री हैं। चिराग ने उक्त बातें उस सवाल के जवाब में कही थी कि क्या वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का लगातार विरोध करने की वजह से राजग से बाहर आने के बाद फिर उसी गठबंधन में ‘‘वापसी’’ कर सकते हैं।
गौरतलब है कि बिहार में रामविलास पासवान के निधन के बाद उनकी पार्टी लोजपा दो हिस्सों में बंट गई थी। एक हिस्सा रालोजपा चाचा पशुपति कुमार पारस तो दूसरा हिस्सा लोजपा (रामविलास) के रूप में बेटे चिराग पासवान को मिला।