Parliament Security Breach: पुलिस के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, राजस्थान से बरामद किया आरोपियों के फोन के जले हुए हिस्से
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 17, 2023 10:49 AM2023-12-17T10:49:37+5:302023-12-17T10:52:58+5:30
संसद में हुए घुसपैठ के मामले की तहकीकात कर रही पुलिस को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली, जब संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना में शामिल आरोपियों के फोन के टूटे हुए हिस्से को राजस्थान से बरामद किया है।
नई दिल्ली: संसद में हुए घुसपैठ के मामले की तहकीकात कर रही पुलिस को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली, जब संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना में शामिल आरोपियों के फोन के टूटे हुए हिस्से को राजस्थान से बरामद किया है। इस संबंध में पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि आरोपियों के फोन के सभी पार्ट्स जली हुई हालत में मिले। हालांकि दिल्ली पुलिस अभी तक ललित झा का फोन बरामद नहीं कर पाई है।
इस संबंध में दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने पहले खुलासा किया था कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले के आरोपी ललित झा ने दिल्ली पहुंचने से पहले पांच मोबाइल फोन नष्ट कर दिया था और पूछताछ में जांच टीम को लगातार गुमराह कर रहा था।
पुलिस की माने तो संसद में घुसपैठ से पहले सभी चारों आरोपियों ने गिरफ्तारी की आशंका के मद्देनजर अपना मोबाइल फोन ललित झा को सौंप दिया था। पुलिस सूत्रों ने कहा, "ललित झा ने राजस्थान के कुचामन में भागने के बाद चार नहीं बल्कि पांच मोबाइल फोन नष्ट किया है।"
इससे पहले दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने शनिवार को संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में छठे आरोपी महेश कुमावत की सात दिन की हिरासत पुलिस में भेजने का आदेश दिया। वैसे दिल्ली पुलिस ने आरोपी महेश कुमावत की 15 दिन की कस्टडी रिमांड मांगी थी और वह इस मामले में गिरफ्तार होने वाला छठा आरोपी है।
ललित झा समेत अन्य पांच आरोपियों को पहले ही पुलिस हिरासत में लिया जा चुका है। पटियाला हाउस कोर्ट ने शुक्रवार को संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में आरोपी ललित झा को सात दिन की हिरासत में दे दिया। संसद में घुसपैठ का यह मामला 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के मौके पर उस वक्त हुआ, जब संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा था और वहां पर सुरक्षा प्रबंध बेहद सख्त थे।
संसद में घुपैठ करने वाले चार में से आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी ने शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गए और दहशत फैलाने के लिए कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी। लेकिन मौके पर उपस्थित सांसदों और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें फौरन काबू में कर लिया।
वहीं घटना में शामिल दो अन्य आरोपी नीलम और अमोल ने संसद परिसर में गैस कनस्तरों के साथ नारेबाजी की। हालांकि, चारों को गिरफ्तार कर लिया गया और सभी इस वक्त पुलिस की हिरासत में हैं।