परवरिश के तरीकों को बदलने की जरूरत, पुराने तरीके अब काम नहीं करेंगे : सिसोदिया
By भाषा | Published: June 1, 2021 09:58 PM2021-06-01T21:58:06+5:302021-06-01T21:58:06+5:30
नयी दिल्ली, एक जून बच्चों को भावनात्मक रूप से सही होने के लिए परवरिश के नए तौर तरीकों को अपनाना महत्वपूर्ण है, खासकर कोविड-19 संकट के दौरे में, क्योंकि परवरिश के पुराने तरीके अब काम नहीं करेंगे। यह बात मंगलवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कही।
उन्होंने कहा कि पहले बच्चे कई तरह से सामाजिक गतिविधियों में शामिल होते थे लेकिन अब वे घरों में कैद हैं और स्कूल नहीं जा पा रहे हैं या दोस्तों से नहीं मिल पा रहे हैं।
सिसोदिया ने ‘ग्लोबल पैरेंट्स डे’ के अवसर पर आयोजित वेबिनार में कहा, ‘‘हमारे बच्चों के भावनात्मक रूप से सही होने के लिए परवरिश के नए तौर-तरीकों को अपनाना होगा, खासकर कोविड-19 संकट के दौरे में। एक नई सामान्य स्थिति उभरी है और परवरिश के पुराने तरीके काम नहीं करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बच्चों को अपने सपने पूरा करने के लिए बाहरी दुनिया एक स्थान थी, लेकिन महामारी के कारण उन्हें घरों में बैठना पड़ रहा है। ऐसे समय में बच्चे जब डेढ़ वर्षों से घरों में रह रहे हैं तो माता-पिता को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है कि उनकी किस तरह से देखभाल करें।’’
वेबिनार का आयोजन अभिभावकों एवं विशेषज्ञों ने किया था।
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