राजस्थान में पंचायत और जिला परिषद सदस्‍य चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को झटका

By भाषा | Updated: December 9, 2020 16:07 IST2020-12-09T16:07:27+5:302020-12-09T16:07:27+5:30

Panchayat and Zilla Parishad members in Rajasthan shock the ruling Congress | राजस्थान में पंचायत और जिला परिषद सदस्‍य चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को झटका

राजस्थान में पंचायत और जिला परिषद सदस्‍य चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को झटका

जयपुर, नौ दिसंबर राजस्थान में 21 जिलों में हुए पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्‍य के चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस को झटका लगा है वहीं भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए अधिक सीटें जीती हैं।

सत्ता में होने के बावजूद कांग्रेस को पार्टी प्रदेशाध्‍यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना और खेल मंत्री अशोक चांदना जैसे मंत्रियों के इलाकों में हार का सामना करना पड़ा है।

राज्य के 21 जिलों में 4,371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव में भाजपा के 1,989 उम्मीदवार जीते हैं जबकि कांग्रेस के 1,852 उम्मीदवारों को जीत मिली है। चार चरणों में हुए चुनाव में वोटों की गिनती मंगलवार को हुई।

पंचायत समिति के चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, माकपा, और बसपा ने क्रमश: 60, 26, और पांच सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि 439 सीटों पर निर्दलीय जीते हैं।

जिला परिषद की 636 सीटों में से 635 के घोषित परिणामों में भाजपा ने 353 सीटों पर और कांग्रेस ने 252 सीटों पर दर्ज की है। एक सीट पर परिणाम आना बाकी है।

चुनाव परिणाम ऐसे समय में आये हैं जब राज्य में अशोक गहलोत सरकार के दो वर्ष पूरे होने वाले हैं, ऐसे में इसे सत्ताधारी कांग्रेस के लिये चेतावनी माना जा सकता है। परिणाम आने के बाद प्रदेशाध्‍यक्ष डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार और संगठन के बीच अच्छा तालमेल रखकर आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करेगी।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रदेश के 21 जिलों में संपन्न पंचायत चुनावों में पार्टी का जनाधार बढ़ाने पर सभी प्रत्याशियों को बहुत धन्यवाद। यह परिणाम हमें भविष्य में और बेहतर ढंग से काम करने की प्रेरणा देते हैं। सत्ता और संगठन में और अच्छा तालमेल बैठाकर कांग्रेस पार्टी आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करेगी।’’

सीकर की लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति, जो डोटासरा के निर्वाचन क्षेत्र में आती है, में भाजपा ने 23 में से 13 सीटों में जीत दर्ज की हैं। कांग्रेस को 11 सीटें मिली हैं और एक निर्दलीय के हिस्से में गई है।

इसी तरह से सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के विधानसभा क्षेत्र में चित्‍तौड़गढ़ के निम्बाहेडा पंचायत समिति में 17 सीटों में से भाजपा ने 14 सीटें जीती हैं। टोंक पंचायत समिति में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है और चुनाव में जीत दर्ज करने वाले तीन निर्दलीय उम्मीदवार बोर्ड बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। तीनों निर्दलीय ने कांग्रेस नेता और टोंक से विधायक सचिन पायलट को वहां कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिये समर्थन देने का वादा किया है।

निर्दलीय हंसा देवी गुर्जर के पति रामलाल गुर्जर ने कहा कि पंचायत समिति में कांग्रेस बोर्ड बनाने के लिए निर्दलीय उम्मीदवारों ने पायलट को समर्थन देने का फैसला लिया है।

चुनाव परिणाम से भाजपा के प्रदेश पदाधिकारी उत्‍साहित हैं। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि पंचायती राज चुनाव के नतीजे इस भ्रष्ट सरकार के लिए निश्चित ‘‘बिदाई का संकेत’’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘गाँव के लोगों ने भाजपा पर विश्वास जताया है और केंद्र की नरेंद्र मोदी नीत सरकार और भाजपा संगठनों के प्रयासों की सराहना की है।’’

राजस्थान के 21 जिलों में कुल 636 जिला परिषद सदस्यों और 4,371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान चार चारणों में 23 और 27 नवंबर, एक और पांच दिसंबर को हुआ था। जिन जिलों में यह चुनाव हुआ उनमें अजमेर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चुरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, झालावाड़ , झुंझुनू, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, टोंक और उदयपुर शामिल हैं।

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