गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए स्विट्जरलैंड जाने की थी कोशिश! पहुंच गया पाकिस्तान की जेल, चार साल बाद रिहा
By दीप्ती कुमारी | Updated: June 2, 2021 15:21 IST2021-06-02T15:13:24+5:302021-06-02T15:21:18+5:30
साइबराबाद पुलिस ने अपने बयान में कहा कि वैंडम प्रशांत को चार साल बाद पाकिस्तान जेल से रिहा कर दिया गया है । वैंडम पेशे से एक आईटी पेशेवर हैं । उन्होंने निजी कारणों से अवैध रूप से भारत-पाक सीमा पार की थी ।

फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
हैदराबाद: पाकिस्तान की जेल में चार साल रहने के बाद हैदराबाद के एक आईटी पेशेवर को पड़ोसी देश ने रिहा कर दिया है। ये शख्स भारत भी लौट आया है। पाकिस्तान में इस शख्स को बिना वैध दस्तावेजों के घुसने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। तेलंगाना में साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने ये जानकारी दी है।
32 वर्षीय वैंडम प्रशांत को एक अन्य व्यक्ति के साथ पाकिस्तान में बहावलपुर पुलिस ने अप्रैल 2017 में बिना किसी कागज और अधिकृत दस्तावेज के सीमा पार करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में उसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वो ये कहता नजर आया था कि वह अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए स्विट्जरलैंड जाने की कोशिश कर रहा था और अब पाकिस्तान जेल में पहुंच गया है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार जब शख्स घर नहीं लौटा तो उसके पिता बाबू राव ने माधापुर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। अपने बेटे का वीडियो वायरल होने के बाद बाबू राव ने पुलिस कमिश्नर सज्जनार से संपर्क किया, जिन्होंने इस मामले में राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय पत्र लिखकर पाकिस्तान से उनके वापस लाने के लिए कदम उठाने की मांग की।
सजन्नार ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि "पाकिस्तान में सजा काटने के बाद प्रशांत को कल अटारी सीमा पर भारतीय आव्रजन अधिकारियों को सौंप दिया गया और आज हम उसे हैदराबाद ले आए । हमने प्रशांत को उसके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया ।"
'उम्मीद नहीं थी, इतनी जल्दी भारत लौट सकूंगा'
वही प्रशांत ने उन्हें वापस लाने के प्रयासों के लिए तेलंगाना सरकार और विदेश मंत्रालय को धन्यवाद दिया । उन्होंने कहा 'मुझे उम्मीद नहीं थी मैं इतनी जल्दी भारत वापस आऊंगा मैं तेलंगाना सरकार और केंद्र सरकार का बहुत ऋणी हूं।'
एक सवाल के जवाब में प्रशांत ने कहा कि उसे पाकिस्तानी पुलिस ने पीटा था लेकिन लेकिन वह उन्हें गलत नहीं मानता क्योंकि वह शुरू में उस पर शक कर रहे थे।
साथ ही उन्होंने कहा कि लाहौर जेल में अधिकारियों और कैदियों ने उनके साथ अच्छा व्यवहार किया । प्रशांत ने कहा कि पाकिस्तान के रास्ते स्विट्जरलैंड के लिए एक जमीनी मार्ग है, जिसमें लगभग 60 दिन लगेंगे।
एक अन्य सवाल के जवाब में प्रशांत ने कहा कि अदालत में पेश होने से पहले पाकिस्तान सेना के जवानों ने उनसे कई दिनों तक पूछताछ की क्योंकि उन्हें संदेह था कि मैं एक भारतीय जासूस हूं ।
साइबराबाद पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार प्रशांत बीकानेर के लिए ट्रेन में चढ़ा और वहां से भारत-पाक सीमा पर गया और वह अवैध रूप से सीमा पार कर पाकिस्तान गया । को दिया ज्ञापन में कहा गया कि वह निजी कारणों से पाकिस्तान जाना चाहते थे।