इमरान खान के इशारे पर भारत का विरोध कर रही थी ब्रिटिश सांसद डेबी अब्राहम्स!, नरेंद्र मोदी सरकार ने एयरपोर्ट से किया था डिपोर्ट
By अनुराग आनंद | Published: February 19, 2020 10:54 AM2020-02-19T10:54:48+5:302020-02-19T11:59:32+5:30
कश्मीर मामले में भी ब्रिटिश सांसद डेबी अब्राहम्स नरेंद्र मोदी सरकार की जमकर आलोचना करती रही हैं। ऐसे में माना जा रहा था कि इसी वजह से भारत सरकार ने वापस उसे डिपोर्ट कर दिया था।
ब्रिटिश सांसद डेबी अब्राहम्स को भारत में एंट्री करने से रोकने और एयरपोर्ट से वापस भेजने के बाद मामला तुल पकड़ते ही इस मामले में नया खुलासा हुआ है। यह मालूम चला है कि डेबी अब्राहम्स पाकिस्तान मूल के कुछ सांसदों द्वारा बनाए गए ग्रुप की आगुवाई करती है।
यह देखा गया है कि इस ग्रुप के ज्यादातर सदस्य भारत विरोधी बातें अक्सर करते हैं। यही नहीं कश्मीर मामले में भी डेबी अब्राहम्स नरेंद्र मोदी सरकार की जमकर आलोचना करती रही हैं। ऐसे में माना जा रहा था कि इसी वजह से सरकार ने वापस उसे डिपोर्ट कर दिया था।
किस ग्रुप की सदस्य है डेबी अब्राहम्स
टीओआई की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि ब्रिटिश सांसद डेबी अब्राहम्स ऑल पार्टी पार्ल्यामेंट्री कश्मीर ग्रुप (APPKG) की सदस्य हैं। यह पाक मूल के सांसदों का एक ब्रिटेन में एक ग्रुप है। यह ग्रुप कश्मीर को लेकर भारत की लगातार आलोचना करता रहा है।
यही नहीं नवंबर 2019 में ग्रुप मेंबरशिप रजिस्टर को अपडेट किया गया था जिसके मुताबिक इस ग्रुप के सीनियर वाइस-चेयर लेबर सांसद इमरान हुसैन हैं। ब्रैडफोर्ड से सांसद इमरान पाकिस्तान मूल के हैं जो सालों से भारत के खिलाफ आग उगल रहे हैं।
उन्होंने पिछले साल सितंबर महीने में पीओके और नियंत्रण रेखा (एलओसी) का दौरा किया था और पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों को ब्रीफ करने का दावा किया था। उन्होंने ब्रिटेन के एक स्थानीय अखबार से कहा था कि कश्मीर में जो हो रहा है, वह एक 'वॉर क्राइम (युद्ध अपराध)' है।
इस मामले में लंदन में भारत के उच्चायोग ने दिया था ये जवाब-
लंदन में भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि की कि ब्रिटिश सांसद डेबी अब्राहम्स के पास वैध वीजा नहीं था इसलिए उन्हें सोमवार को भारत में प्रवेश से रोक दिया गया था। विपक्षी लेबर पार्टी की सांसद और कश्मीर पर सर्वदलीय सांसद समूह की अध्यक्ष अब्राहम्स ने दावा किया था कि वह अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों से मिलने के लिए वैध ई-वीजा पर भारत की यात्रा कर रही थीं लेकिन उनके वीजा को बिना स्पष्टीकरण के रद्द कर दिया गया।
उन्होंने सवाल उठाया कि अचानक से उनका वीजा क्यों खारिज कर दिया गया? भारतीय उच्चायोग ने ट्विटर पर एक बयान में कहा, ‘‘मिशन ने भारत के आव्रजन अधिकारियों से इस बात की पुष्टि की है कि डेबी अब्राहम्स के पास वैध वीजा नहीं था।’’ इसमें कहा गया, ‘‘ब्रिटिश नागरिकों के लिए आगमन पर वीजा का प्रावधान भी नहीं है। इस हिसाब से उनसे लौटने का अनुरोध किया गया।’’
कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार की मुखर आलोचक रही हैं-
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त करने के भारत सरकार के फैसले की मुखर आलोचक अब्राहम्स ने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा की है जो एक ई-वीजा जैसी लगती है। उन्होंने यह दर्शाना चाहा कि उन्हें पिछले साल सात अक्टूबर को वीजा जारी किया गया था जो पांच अक्टूबर 2020 तक वैध था।
लेबर पार्टी की सांसद ने सवाल किया, ‘‘एक बार फिर अहम सवाल यह उठता है कि इसे क्यों रद्द किया गया और कब?’’ दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अपने अनुभव को याद करते हुए उन्होंने ट्वीट किया कि सोमवार सुबह वह यहां पहुंची थीं और उन्हें बताया गया कि उनका ई वीजा रद्द कर दिया गया है।
ब्रिटिश सांसद ने कहा कि वह अपने दस्तावेजों और ई-वीजा के साथ आव्रजन डेस्क के सामने पेश हुईं। उन्होंने कहा, ‘‘... अधिकारी ने अपनी स्क्रीन पर देखा और अपना सिर हिलाने लगा। उन्होंने मुझसे कहा कि मेरा वीजा रद्द कर दिया गया है। उन्होंने मेरा पासपोर्ट ले लिया और वह करीब दस मिनट के लिए गायब हो गये।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ जब वह लौटे तो बड़े बदमिजाज और आक्रामक थे, उन्होंने मुझ पर चिल्लाते हुए कहा, ‘मेरे साथ आइए।’ मैंने उनसे कहा कि मेरे साथ इस तरह बात मत कीजिए। तब मुझे वह एक क्षेत्र में ले गये जिसका नाम ‘‘डिपोर्टी सेल’’ था। उन्होंने (अधिकारी ने) मुझे बैठने का आदेश दिया और मैंने मना कर दिया। मुझे नहीं पता था कि वे क्या करेंगे या वे मुझे कहां ले जायेंगे इसलिए मैं चाहती थी कि लोग मुझे देखें।’’