Vijay Diwas: 1971 की लड़ाई में मंगल सिंह को पाकिस्तान ने किया था गिरफ्तार, 49 साल बाद पत्नी को मिला पति के जिंदा होने का मैसेज

By विनीत कुमार | Published: December 15, 2020 01:17 PM2020-12-15T13:17:00+5:302020-12-15T13:29:36+5:30

मंगल सिंह 1971 की युद्ध से भारत-पाकिस्तान की जेल में बंद हैं। परिवार को 1972 में उनके पाक जेल में बंद होने की पहली बार सूचना मिली थी। अब राष्ट्रपति कार्यालय से भी मंगल सिंह की कुशलता को लेकर उनकी पत्नी के पास जवाब आया है।

Pakistan arrested Mangal Singh in 1971 war, after 49 years, wife received message he is alive | Vijay Diwas: 1971 की लड़ाई में मंगल सिंह को पाकिस्तान ने किया था गिरफ्तार, 49 साल बाद पत्नी को मिला पति के जिंदा होने का मैसेज

1971 की लड़ाई में पाकिस्तान की गिरफ्त में आए थे, दुश्मन की जेल में अब भी बंद (फाइल फोटो)

Highlightsमंगल सिंह की पत्नी सत्या देवी 49 साल से देख रही हैं उनके घर वापसी की राहलगातार कई कोशिशों और चिट्ठी लिखने के बाद राष्ट्रपति कार्यालय से आया मंगल सिंह की कुशलता का समाचारमंगल सिंह जब पाकिस्तानी सेना की गिरफ्त में आए थे, तब उनकी उम्र केवल 27 साल थी और उनके दो बेटे भी थे

साल 1971 की भारत और पाकिस्तान की लड़ाई के 49 साल होने जा रहे हैं। इस युद्ध में भारती की जीत को याद करते हुए हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। उस युद्ध में कई भारतीय सैनिक शहीद हुए तो कुछ लापता भी हुए जिनकी खोज-खबर नहीं मिल सकी। 

इन्हीं में से एक मंगल सिंह की कहानी भी है। पंजाब के जालंधर मंगल सिंह पिछले 49 सालों से पाकिस्तान की जेल में बंद हैं और अब जाकर 75 साल की हो चुकी उनकी पत्नी को पति के जिंदा होने आधिकारिक जानकारी मिली है तो पूरा परिवार भावुक है और उन्हें पाकिस्तान जेल से छुड़ाने की कोशिश में जुटा है।

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार मंगल सिंह को 1971 की लड़ाई में पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर लिया था। उस समय उनकी उम्र केवल 27 साल की थी। तब उनकी पत्नी सत्या देवी के गोद में 3 साल और दो साल के दो बेटे थे।

पति की खोज-खबर के लिए कई बार सत्या देवी ने भारत सरकार को चिट्ठी लिखी। अब जाकर उनकी कोशिशें रंग लाई हैं। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से पत्र भेजकर सत्या को उनके पति के जिंदा होने की जानकारी दी गई है।

पत्र में कहा गया है कि मंगल पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में बंद हैं। साथ ही कहा गया है कि पाकिस्तान की सरकार से बात कर उनकी रिहाई की कोशिशों में तेजी लाई जाएगी।

कैसे पाकिस्तान की गिरफ्त में आ गए थे मंगल सिंह

मंगल सिंह के एक बेटे रिटायर्ड फौजी दलजीत सिंह के अनुसार उनके पिता उस समय रांची में लांस नायक के पद पर थे। इसी बीच लड़ाई की स्थिति को देखते हुए उनके पिता को कोलकाता ट्रांसफर किया गया। उनकी बांग्लादेश के मोर्चे पर ड्यूटी लगी। 

दलजीत सिंह के अनुसार 1971 में एक दिन सेना से टेलीग्राम आया कि बांग्लादेश में सैनिकों को ले जा रही एक नाव डूब गई और उसमें सवार मंगल सिंह समेत सभी सैनिक मारे गए।

परिवार के लिए उम्मीद 1972 में जगी जब रावलपिंडी रेडियो पर मंगल सिंह ने संदेश दिया कि वह ठीक हैं। उसके बाद से अब तक उनकी वापसी की राह परिवार देख रहा है लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल सकी है।

मंगल सिंह की पत्नी सत्या देवी के अनुसार 1971 के बाद से अब तक कई सरकारें आई और गईं लेकिन किसी ने इस पर गंभीरत से कोशिश नहीं की। सत्या को अब राष्ट्रपति कार्यालय से चिट्ठी मिलने के बाद उम्मीद है कि उनके पति की वापसी होगी।

बताते चलें कि इससे पहले 2016 में भी मंगल सिंह चर्चा में आए थे जब पाकिस्तान जेल में बंद एक और भारतीय सैनिक कृपाल सिंह की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी। हालांकि, तब उन्हें लाने या उनके जिंदा होने की पुष्टि को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी।

Web Title: Pakistan arrested Mangal Singh in 1971 war, after 49 years, wife received message he is alive

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