दिल्लीः दो आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद 4 और संदिग्धों की तलाश में जुटी पुलिस, निशाने पर थे दक्षिणपंथी नेता, सिग्नल ऐप के जरिए आकाओं से करते थे बातचीत
By अनिल शर्मा | Updated: January 17, 2023 11:45 IST2023-01-17T11:16:10+5:302023-01-17T11:45:13+5:30
इन आतंकवादियों को विभिन्न राज्यों में लक्षित हमलों को अंजाम देने का काम सौंपा गया था। ताजा घटनाक्रम में दिल्ली पुलिस को मॉड्यूल में 8 लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है। पुलिस को इस समय भारत में चार संदिग्धों की संभावित मौजूदगी का संदेह है।

दिल्लीः दो आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद 4 और संदिग्धों की तलाश में जुटी पुलिस, निशाने पर थे दक्षिणपंथी नेता, सिग्नल ऐप के जरिए आकाओं से करते थे बातचीत
नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस से पहले जहांगीरपुरी से पिछले हफ्ते पकड़े गए दो आतंकवादियों के बाद दिल्ली पुलिस ने चार अन्य संदिग्धों की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आतंकवादियों ने ड्रॉप-डेड के माध्यम से पाकिस्तान से हथियार प्राप्त किए और सिग्नल ऐप के जरिए पाकिस्तान में बैठे हैंडलर के संपर्क में थे। सूत्रों के मुताबिक उन्हें उत्तराखंड में अज्ञात स्थान पर हथियार मिले, जिसकी पुष्टि की जा रही है।
जनवरी की शुरुआत में दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके से दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था। अब चार अन्य की तलाश की जा रही है। इन आतंकवादियों को विभिन्न राज्यों में लक्षित हमलों को अंजाम देने का काम सौंपा गया था। ताजा घटनाक्रम में दिल्ली पुलिस को मॉड्यूल में 8 लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है। पुलिस को इस समय भारत में चार संदिग्धों की संभावित मौजूदगी का संदेह है।
एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया- "सीमा पार बैठे उनके आकाओं ने सिग्नल ऐप पर निर्देश भेजे, जिसके बाद उन्होंने Google मानचित्र के माध्यम से हथियारों से भरे बैग का स्थान साझा किया। आतंकवादियों के इस मॉड्यूल में लगभग 8 लोग शामिल हैं, जिनमें से 4 अभी भी भारत में मौजूद हो सकते हैं।" 2 आतंकवादियों का इस्तेमाल हथियार उपलब्ध कराने के लिए किया गया था और 2 का इस्तेमाल एक विशेष स्थान पर हथियार रखकर अपने आकाओं को हथियारों की गूगल लोकेशन भेजने के लिए किया गया था।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने सोमवार को दावा किया, आतंकियों के पास से बरामद हथियार उत्तराखंड में अज्ञात स्थान पर मिले हैं, जिसकी पुष्टि की जा रही है। इस बीच, गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके से गिरफ्तार किए गए दो संदिग्ध आतंकियों को 27 जनवरी और 31 जनवरी को नेताओं दक्षिणपंथियों को निशाना बनाकर हत्या करने का जिम्मा सौंपा गया था। रिपोर्ट के मुताबिक 29 वर्षीय जगजीत सिंह उर्फ जग्गा उर्फ याकूब और 56 वर्षीय नौशाद ने दक्षिणपंथी नेताओं को निशाना बनाते हुए एक 'आतंकवादी अभियान' चलाने की साजिश रची थी।