पाक सेना प्रमुख ने शीर्ष जनरलों के साथ कश्मीर पर चर्चा की
By भाषा | Published: February 5, 2019 05:36 AM2019-02-05T05:36:02+5:302019-02-05T05:36:02+5:30
भारत ने कहा कि एक अलगाववादी नेता के साथ कुरैशी की फोन पर बातचीत भारत के साथ रिश्तों पर पाकिस्तानी नेतृत्व के दोहरे रवैये को दिखाती है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री द्वारा कश्मीर के दो अलगाववादी नेताओं से फोन पर बातकर भारत को नाराज़ करने के बाद, देश की फौज के अध्यक्ष ने सोमवार को कोर कमांडरों की कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता की और कश्मीर मुद्दे तथा नियंत्रण रेखा के हालात पर चर्चा की।
सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा के कश्मीर दिवस पर उकसावे वाले कदम से कुछ दिन पहले विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी और हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक से फोन पर बात की थी।
इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के राजदूत सुहैल महमूद को तलब किया था और उनसे साफ-साफ कह दिया था कि मीरवाइज फारूक के साथ कुरैशी की फोन पर बातचीत भारत की एकता को ‘तोड़ने’ की ‘खुली कोशिश’ और इसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करती है।
भारत ने कहा कि एक अलगाववादी नेता के साथ कुरैशी की फोन पर बातचीत भारत के साथ रिश्तों पर पाकिस्तानी नेतृत्व के दोहरे रवैये को दिखाती है।
भारत हमेशा से कहता आया है कि कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है और इस मामले में कोई भी तीसरा पक्ष दखल नहीं दे सकता है। भारत का यह भी कहना है कि जम्मू कश्मीर में जो भी होता है वह उसका अंदरूनी मामला है और पाकिस्तान को इसमें दखलअंदाजी से बाज़ आना चाहिए।
पाकिस्तानी फौज के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने एक बयान में कहा कि आंतरिक सुरक्षा स्थिति और नियंत्रण रेखा पर तैयारियों की समीक्षा के लिए रावलपिंडी में एक बैठक के दौरान बाजवा ने ‘‘कश्मीर दिवस की पूर्व संध्या पर कश्मीरी भाइयों के साथ एकजुटता व्यक्त की।’’