पी चिदंबरम बग्गा की नाटकीय गिरफ्तारी और रिहाई पर बोले, 'राजनीतिक आकाओं को खुश करने के चक्कर में पुलिस का उत्साह देश का संघवाद तोड़ सकता है'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 7, 2022 09:46 PM2022-05-07T21:46:18+5:302022-05-07T21:49:33+5:30
देश के पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने बग्गा मामले में हुई पुलिसिया नाटकीयता का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा घटना एक न दिन तो होनी ही थी। पंजाब, दिल्ली और हरियाणा पुलिस के बीच हुए टकराव संघवाद के टूटन की ओर बड़ा इशारा कर रहे हैं।
दिल्ली: देश के पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने पंजाब पुलिस द्वारा दिल्ली भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी और रिहाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस अगर इसी तरह से अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए गिरफ्तारी करती रही तो इस तरह की घटना संघवाद को "अंतिम टूट" की ओर ले जाएगी।
इसके साथ ही चिदंबरम ने कहा कि एक राज्य के पुलिस की स्वायत्तता दूसरे राज्य की सीमा पर स्वयं रुक जानी चाहिए। बग्गा मामले में हुई पुलिसिया नाटकीयता का जिक्र करते हुए पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने कहा, "ऐसा घटना एक न दिन तो होनी ही थी। पंजाब, दिल्ली और हरियाणा पुलिस के बीच हुए टकराव इसी का उदाहरण है कि भविष्य में राज्यों के पुलिस बल के बीच क्या होने वाला है।"
पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने कहा, "पुलिस अपने-अपने राजनीतिक आकाओं की सेवा कर रही है और इस कारण संघवाद का अंत हो जाएगा, जो कि पहले से ही संकटों में घिरा है।"
इस मामले में अपनी चिंता को जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि सभी राज्यों की पुलिस बल की स्वायत्तता दूसरे राज्य की सीमा पर समाप्त हो जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, "मैंने उसी वक्त इस बात की चेतावनी दी थी जब असम पुलिस ने गुजरात जाकर विधायक जिग्नेश मेवाणी को एक ट्विटर पोस्ट किए अरेस्ट किया था।"
चिदंबरम ने इस मसले पर जोर देते हुए कहा कि सभी राज्यों की पुलिस बल को दूसरे राज्य की "स्वायत्तता" का सम्मान करना चाहिए और अगर वो दूसरे राज्य जाते हैं तो उन्हें राज्य में दाखिल होने से पहले राज्य पुलिस की सहमति लेनी चाहिए।
चिदंबरम ने कहा, "अगर ऐसा नहीं होगा तो आने वाले वक्त में संघवाद मर कर दफ्न जाएग। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)