गुजरात की 17 जेलों में रातभर हुई ताबड़तोड़ छापेमारी, कंट्रोल रूम से रेड को लाइव देख रहे थे राज्य के गृह मंत्री
By आजाद खान | Published: March 25, 2023 08:25 AM2023-03-25T08:25:02+5:302023-03-25T08:46:00+5:30
इस छापे को लेकर बोलते हुए डीजीपी विकास सहाय ने कहा है कि "जानकारी मिली है कि कहीं-कहीं से मोबाइल फोन मिले हैं। इस जांच में पुलिस के साथ-साथ स्निफर डॉग भी शामिल हैं और इस कार्य की पूरी रिकॉर्डिंग भी हो रही है। इसका लाइव टेलीकास्ट हम गांधीनगर के स्टेट कंट्रोल रूम में भी देख पा रहे थे।"

फोटो सोर्स: ANI
गांधीनगर: शुक्रवार और शनिवार (24-25 मार्च) की दरमियानी रात में गुजरात के 17 जेलों में ताबड़तोड़ छापेमारी हुई है। यह छापेमारी साबरमती जेल में भी हुई है जहां पर अतीक अहमद बंद है। बताया जा रहा है कि यह छापेमारी गृह मंत्री हर्ष संघवी की देखरेख में हुई है और इस दौरान वे इसका पूरा जायजा कंट्रोल रूम से ले रहे थे।
इस छापेमारी को लेकर यह कहा जा रहा है कि जेल में हो रहे गैर-कानूनी कामों को उजागर करने के लिए ये छापे हुए है। इसके अलावा नियमों के अनुसार कैदियों को सुविधा मिल रही है कि नहीं इसका भी पता लगाने के लिए यह छापे किए गए है। इस बात की जानकारी गुजरात के डीजीपी विकाय सहाय ने दी है।
क्या है पूरा मामला
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, करीब 1700 पुलिसकर्मियों ने रातभर राज्य के 17 जेलों में रेड मारा है और वहां से कई मोबाइल फोन भी जब्त किए है। बताया जा रहा है कि ये छापे राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी के साथ गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस भवन में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में हुई है। पुलिस द्वारा यह भी जानकारी मिली है कि यह रेड शनिवार सुबह तक चालू रही है।
State Police carried out inspection in all the jails in Gujarat
— ANI (@ANI) March 24, 2023
Visuals from Ahmedabad (pic 1 &2) & Rajkot (pic 3&4) pic.twitter.com/KBzhkjFLE1
वहीं इसे लेकर न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए डीजीपी विकास सहाय ने कहा है कि "जानकारी मिली है कि कहीं-कहीं से मोबाइल फोन मिले हैं। इस जांच में पुलिस के साथ-साथ स्निफर डॉग भी शामिल हैं और इस कार्य की पूरी रिकॉर्डिंग भी हो रही है। इसका लाइव टेलीकास्ट हम गांधीनगर के स्टेट कंट्रोल रूम में भी देख पा रहे थे।"
सीएम ने भी की है निगरानी
बताया जा रहा है कि इस रेड पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी नजर रखी थी और इसकी निगरानी भी की है। जानकारी के अनुसार, ये छापे अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, बरोदा, जामनगर, महेसाणा, भावनगर, बनासकाठा समेत कई और जेलों में भी हुए है।
ऐसे में केवल साबरमती जेल सबसे बड़ा जेल है इसलिए यहां के छापे के लिए 300 पुलिस वालों को लगाया गया था। खबर के अनुसार, ये छापे ये जानने के लिए किए गए है कि जेल द्वारा कैदियों को क्या-क्या सुविधाएं मिल रही है।