राजनीतिक दलों ने कार्यकर्ताओं से कहा, ईवीएम व स्ट्रांग रूम पर रखे नजर, अतिरिक्त सतर्कता बरतें
By भाषा | Published: May 21, 2019 04:36 PM2019-05-21T16:36:40+5:302019-05-21T16:36:40+5:30
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने हालांकि ऐसी आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि जिन लोगों को इस संबंध में आपत्तियां थीं, उन्हें संबद्ध जिला प्रशासन ने अपनी बात से संतुष्ट किया है। चंदौली में ईवीएम उतारकर मतगणना केन्द्र के एक कमरे में रखने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में ईवीएम से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बीच राजनीतिक दलों ने मंगलवार को अपने अपने कार्यकर्ताओं से अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने हालांकि ऐसी आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि जिन लोगों को इस संबंध में आपत्तियां थीं, उन्हें संबद्ध जिला प्रशासन ने अपनी बात से संतुष्ट किया है। चंदौली में ईवीएम उतारकर मतगणना केन्द्र के एक कमरे में रखने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। चंदौली में रविवार को अंतिम चरण के तहत मतदान हुआ था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय इस सीट से पुन: किस्मत आजमा रहे हैं।
Delhi: Opposition leaders arrive at Election Commission, to meet EC officials over EVMs pic.twitter.com/mGwPwCHm20
— ANI (@ANI) May 21, 2019
एक अन्य वीडियो गाजीपुर का है, जहां सपा—बसपा गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी आरोप लगा रहे हैं कि प्रशासन ईवीएम बदलने का प्रयास कर रहा है। वीडियो में अंसारी और उनके समर्थकों की पुलिस के एक अधिकारी से झड़प हो रही है। अधिकारी उनसे क्षेत्र को खाली करने का आग्रह कर रहा है लेकिन अंसारी और उनके समर्थक उसकी नहीं सुन रहे हैं।
उनका दावा है कि ईवीएम से भरे वाहन को बाहर ले जाने का प्रयास किया गया है। अंसारी माफिया डॉन से नेता बने मुख्तार अंसारी के भाई हैं। मुख्तार इस समय बांदा जेल में बंद है। गाजीपुर में अंसारी का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी एवं केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा से है। अंसारी ने मांग की कि बसपा के कम से कम दो कार्यकर्ताओं को पास जारी करके परिसर के निकट बैठने दिया जाए, जहां पांच अलग..अलग जगहों पर स्ट्रांग रूम में ईवीएम रखी गयी हैं।
इस बीच मुख्य निर्वाचन अधिकारी वेंकटेश्वर लू ने सोशल और इलेक्ट्रानिक मीडिया पर व्यक्त उक्त आशंकाओं को निर्मूल करार दिया। गाजीपुर प्रकरण पर उन्होंने बताया कि प्रत्याशी ईवीएम पर नजर रखने के लिए अधिक संख्या में लोग वहां चाहते थे।
जिलाधिकारी ने उन्हें अपनी बात से संतुष्ट कर दिया है और जो लोग विरोध कर रहे थे, वापस लौट गये हैं। लू ने बताया कि स्ट्रांग रूम की सुरक्षा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान कर रहे हैं। वहां सीसीटीवी लगाये गये हैं। प्रत्याशियों को अपने प्रतिनिधियों के जरिए स्ट्रांग रूम पर नजर रखने की अनुमति दी गयी है। सभी आशंकाएं निर्मूल हैं।
राजनीतिक दलों ने हालांकि अपने नेताओं, प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे अतिरिक्त सतर्कता बरतें। सभी विपक्षी दलों ने अपनी जिला एवं नगर इकाइयों को निर्देश जारी करके कार्यकर्ताओं से मतगणना के लिए तैयार रहने को कहा है।
मतगणना के दौरान अनियमितता की आशंका के चलते विपक्षी दलों के आलाकमान ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे स्ट्रांग रूम की सुरक्षा बनाये रखने में किसी तरह की ढिलाई ना बरतें।