नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत सरकार का 'ऑपरेशन गंगा' यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए चलाया जा रहा है। युद्ध के बीच भारत सरकार की प्राथमिकता है कि यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों को सुरक्षित निकाला जाए। चार केंद्रीय मंत्रियों को भारतीय छात्रों को निकालने की कमान सौंप दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस संबंध में उच्च स्तरीय बैठक की थी। गुरुवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सांकेतिक तस्वीर को पोस्ट किया है। इस तस्वीर के कैप्शन में उन्होंने, पीएम मोदी को भारत की आशा का सेतु बताया है। साथ ही उन्होंने हैशटैग के साथ ऑपरेशनगंगा भी लिखा है।
ट्विटर पर साझा की गई केंद्रीय मंत्री की सांकेतिक तस्वीर में पीएम मोदी नदी में आधे डूबे हुए हैं और वे भारतीय छात्रों के लिए यूक्रेन से भारत के लिए सेतु का काम कर रहे हैं। जबकि इस पिक्चर में भारत के अलावा तीन अन्य देशों के नाम, उनकी सरकारों और छात्रों को दिखाया है। जहां वे अपने देश की सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। पिक्चर में पाकिस्तान, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका का नाम है।
इस पिक्चर में ब्रिज बने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों के ऊपर से भारतीय छात्र चढ़कर इंडिया की ओर पहंच रहे हैं। जबकि पाकिस्तान, चीन और अमेरिका के छात्र अपनी सरकारों से मदद मांग रहे हैं लेकिन उनकी सरकार मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही है। इस पिक्चर का संदेश साफ है कि भारत सरकार, अन्य देशों की अपेक्षा आगे आकर अपने देश के छात्रों की मदद कर रही है।
बता दें कि युद्ध के बीच कुछ पाकिस्तानी छात्रों की ऐसी वीडियो सामने आई थी जिसमें वे कहते पाए गए थे कि हमें पाकिस्तानी होने की सजा मिल रही है। हमसे अच्छे हिन्दुस्तान के छात्र हैं जो उनकी सरकार उन्हें निकाल रही है। वहीं चीन सरकार का अपने देश के छात्रों के प्रति भी ढुलमुल रवैया देखा गया है।