असम: पीएम आवास योजना में विवादास्पद ‘मिया संग्रहालय’ खोलने पर हुई बड़ी कार्रवाई, अध्यक्ष-महासचिव समेत 3 लोग गिरफ्तार
By भाषा | Updated: October 26, 2022 13:49 IST2022-10-26T13:44:07+5:302022-10-26T13:49:00+5:30
आपको बता दें कि रविवार को विवादास्पद ‘मिया संग्रहालय’ के उद्घाटन के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने इसे तत्काल बंद करने की मांग की थी।

फोटो सोर्स: ANI (प्रतिकात्मक फोटो)
दीसपुर:असम मिया परिषद के अध्यक्ष और महासचिव समेत तीन लोगों को आतंकवादी संगठनों से संबंध के आरोप में हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। असम के गोलपारा जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत आवंटित एक घर में स्थापित विवादास्पद ‘मिया संग्रहालय’ को मंगलवार को सील किए जाने के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।
पुलिस ने आरोपियों को अलग-अलग ठिकानों से पकड़ा है
पुलिस ने कहा कि मिया परिषद के अध्यक्ष एम मोहर अली को गोलपारा जिले के दपकाभिता में संग्रहालय से उस समय पकड़ा गया जब वह धरने पर बैठा था, जबकि इसके महासचिव अब्दुल बातेन शेख को मंगलवार रात धुबरी जिले के आलमगंज स्थित उसके आवास से हिरासत में लिया गया था।
उन्होंने बताया कि रविवार को संग्रहालय का उद्घाटन करने वाली तनु धादुमिया को डिब्रूगढ़ के कावामारी गांव में उसके आवास से हिरासत में लिया गया।
आतंकी संगठन से है इनके रिश्ते
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन तीनों को अलकायदा इन इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआईएस) और अंसारुल बांग्ला टीम (एबीटी) के साथ संबंध के आरोप में जांच और पूछताछ के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की विभिन्न धाराओं के तहत घोगरापार थाने में दर्ज एक मामले के संबंध में नलबाड़ी लाया गया है।
‘मिया संग्रहालय’ हुआ सील
सरकारी अधिकारियों की एक टीम ने मंगलवार को दपकाभिता में ‘मिया संग्रहालय’ को सील कर दिया था और नोटिस लगाया था कि यह उपायुक्त के आदेश पर किया गया है। आपको बता दें कि असम में ‘मिया’ शब्द बांग्ला भाषी प्रवासियों के संदर्भ में इस्तेमाल किया जाता है, जिनका मूल बांग्लादेश से रहता है।
गौरतलब है कि रविवार को उद्घाटन के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने इसे तत्काल बंद करने की मांग की और पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के सदस्य अब्दुर रहीम जिब्रान ने पीएमएवाई-आवंटित घर में संग्रहालय की स्थापना के खिलाफ लखीपुर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी।