PUBG Free-Fire : ऑनलाइन गेमिंग के कारण 15 साल के लड़के का मानसिक और शारीरिक स्थिति हुआ खराब, नींद में चिल्लाता है "फायर, फायर", देखें वीडियो
By आजाद खान | Published: July 12, 2023 09:17 PM2023-07-12T21:17:11+5:302023-07-12T23:21:31+5:30
लड़के के इलाज कर रहे डॉक्टर का कहना है कि खेल के दौरान उसे हार का सामना करना पड़ा था। इस कारण उसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति खराब हो गई है।
जयपुर: राजस्थान के अलवर में एक 15 साल के लड़के को ऑनलाइन गेमिंग की ऐसी लत लगी है कि वह मेंटल मरीज हो गया है। ऑनलाइन गेमिंग के कारण उसकी हालत इतनी खराब हो गई है कि वह सही से न खा पा रहा है और न ही सही से वह बोल भी पा रहा है।
जानकारी के अनुसार, लड़का दिन में 15 घंटा ऑनलाइन गेम खेलता था और उसको गेम की इतनी लत लग गई है कि अब वह रात में "फायर, फायर" कह कर चिल्लाता है और उसकी उंगलियां भी चलती रहती है मानो वह अभी भी गेम खेल रहा है।
क्या दिखा वीडियो में
न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें लड़के को देखा जा सकता है। वह बात करते-करते अजीबो-गरीब हरकत भी करने लगता है और उसके हाथ हिलने लगते है औऱ उसकी उंगलियां भी चलने लगती है। बच्चे की हालत बहुत खराब है और गेम के कारण उसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति दोनों की खराब हो गई है।
#WATCH | Rajasthan | Case study of a child in Alwar who is suffering from severe tremors after being addicted to online gaming.
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 12, 2023
Special Teacher Bhavani Sharma says, "A child has come to our special school. As per our assessment and the statements of his relatives, he is a victim… pic.twitter.com/puviFlEW6f
लड़के की हालत देख उसकी मां-बाप ने अलवर में ही एक खास किस्म के हॉस्टल में उसको भर्ती कराया है। जारी वीडियो में बच्चे की यहां इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि गेम के दौरान वह हार का सामने किया है जिस कारण उसके मेंटल हालत पर गहरा चोट पहुंचा है। ऐसे में डॉक्टर उसे अपने तरीके से इलाज कर रहे है और उसे ठीक करने की कोशिश कर रहे है।
क्या है पूरा मामला
लड़के की मां लोगों के घरों में काम करती है और उसका पिता रिक्शा चलाता है। जानकारी के अनुसार, लड़के को पबजी और फ्री-फायर जैसे ऑनलाइन गेम का शौक था और वह इसे खेलने में घंटों बिताता था। जब वह इसका आदि हो गया था और उसकी हालत खराब होने लगी थी तो उसके घर वालों ने करीब दो महीने तक उसके ऑनलाइन गेम खेलने पर रोक लगा दी थी।
इसके बाद भी वह नहीं माना और चुपके गेम खेलता रहा और इसी गेम के कारण अब उसकी हालत ऐसी हो गई है कि वह सही से चल भी नहीं पा रहा है। दावा है सातवीं में पढ़ने वाला लड़का पिछले छह महीने से लगातार ऐसे ही गेम खेलता जा रहा है।