उत्पादन में गिरावट से चढ़े प्याज के भाव, मैं ज्योतिषी नहीं लेकिन नवंबर के अंत तक आ सकती है रेट में कमी: पासवान

By भाषा | Updated: November 6, 2019 20:29 IST2019-11-06T20:29:41+5:302019-11-06T20:29:41+5:30

राम विलास पासवान ने कहा, 'हमने प्याज की उपलब्धता और कीमत की स्थिति की समीक्षा की है। खरीफ सीजन में प्याज का उत्पादन 30-40 प्रतिशत घटने की वजह से कीमतें ऊंचे स्तर पर हैं।' 

Onion prices rise due to fall in production, government is taking steps says Ram vilas Paswan | उत्पादन में गिरावट से चढ़े प्याज के भाव, मैं ज्योतिषी नहीं लेकिन नवंबर के अंत तक आ सकती है रेट में कमी: पासवान

'नवंबर के अंत या दिसंबर के शरुआत में आ सकती है प्याज के भाव में कमी' (फाइल फोटो)

Highlightsसरकार प्याज के भाव पर काबू रखने के लिए सभी जरूरी कोशिशें कर रही है: पासवान'खरीफ सीजन में प्याज का उत्पादन 30-40 प्रतिशत घटने से कीमतें ऊंचे स्तर पर'

घरेलू उत्पादन में 30 से 40 प्रतिशत की गिरावट से खुदरा बाजार में प्याज का भाव 80 रुपये पर पहुंच गया है और सरकार इसकी बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने बुधवार को यह बात कही। बढ़ती कीमतों को देखते हुए पासवान ने अपने घर पर खाद्य और उपभोक्ता मामले के विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें प्याज की मांग , आपूर्ति और कीमतों की समीक्षा की गई।

इस दौरान दोनों विभागों के सचिव मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री ने संवाददाताओं से कहा , 'हमने प्याज की उपलब्धता और कीमत की स्थिति की समीक्षा की है। खरीफ सीजन में प्याज का उत्पादन 30-40 प्रतिशत घटने की वजह से कीमतें ऊंचे स्तर पर हैं।' 

उन्होंने कहा कि मानसून देर से आने की वजह से खरीफ के सीजन में प्याज की बुवाई में देरी हुई और बाद में कई राज्यों में बाढ़ ने फसल तबाह कर दी। पासवान ने कहा कि कीमतों में उतार - चढ़ाव मांग - आपूर्ति पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा इस समय मांग और आपूर्ति में संतुलन नहीं है। हालांकि , सरकार प्याज की उपलब्धता को सुधारने और कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए उपाय कर रही है। उन्होंने कहा , 'हम स्थिति को लेकर चिंतित हैं और सरकार पूरी कोशिश कर रही है। हमने अधिक से अधिक कदम उठाए हैं।' 

प्याज के दाम कब नीचे आएंगे यह पूछे जाने पर पासवान ने कहा , 'मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं लेकिन उम्मीद है कि कीमतें नवंबर अंत या दिसंबर की शुरुआत में नीचे आ सकती हैं।' 

उन्होंने उपभोक्ताओं और मीडिया से मौजूदा संकट को दूर करने के लिए सुझाव देने की अपील की है। उपायों का जिक्र करते हुए पासवान ने कहा कि सरकार ने कच्चे और प्रसंस्कृत प्याज के निर्यात पर रोक, कारोबारियों पर स्टॉक रखने की सीमा लगा दी है। इसके अलावा ग्राहकों को राहत देने के लिए बफर स्टॉक से 23.90 रुपये प्रति किलो की दर से आपूर्ति की जा रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके अलावा सरकार ने अफगानिस्तान, मिस्त्र, तुर्की और ईरान से प्याज के निजी आयात की सुविधा देने का फैसला किया है।

कृषि मंत्रालय ने आयात नियमों में भी ढील दी है। उपभोक्ता मामलों के सचिव अविनाश के श्रीवास्तव ने कहा कि 2019 में खरीफ सीजन में प्याज का उत्पादन गिरकर 20 लाख टन रहने का अनुमान है। पिछले साल इसी समय यह 30 लाख टन था। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार से उत्पादन के आंकड़े नहीं मिले हैं लेकिन बाढ़ के कारण उत्पादन में काफी गिरावट आई है।

दिल्ली ही नहीं बल्कि देशभर के अन्य क्षेत्रों में भी प्याज की कीमतें बहुत अधिक हैं। हालांकि दिल्ली में, प्याज 'राजनीतिक रूप से संवेदनशील' वस्तु रही है। सहकारी संस्था नेफेड के बफर स्टॉक से आपूर्ति करने से दिल्ली में प्याज की उपलब्धता सुधर रही है। मदर डेयरी दिल्ली-एनसीआर में 400 से अधिक सफल बिक्री केन्द्रों के माध्यम से बफर स्टॉक से 23.90 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज बेच रही है। हालांकि, कुछ केंद्रों पर प्याज का स्टॉक खत्म हो गया है और ग्राहकों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है। 

Web Title: Onion prices rise due to fall in production, government is taking steps says Ram vilas Paswan

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