नीतीश ने बजरंग दल पर बैन लगाने के सवाल पर कहा, "अभी इस क्या बोलें, विपक्ष का कॉमन एजेंडा बनेगा तो देखेंगे"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 5, 2023 03:13 PM2023-05-05T15:13:49+5:302023-05-05T15:17:09+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कमार ने बिहार में बजरंग दल को प्रतिबंधित किये जाने के सवाल का सीधा जवाब देने के बजाय उसे विपक्षी एकता से जोड़ दिया।
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस द्वारा कर्नाटक चुनाव के लिए जारी घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने के वादे पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है। इतना ही नहीं जब पत्रकारों नीतीश कुमार से उनके सांसद द्वारा भी बजरंग दल को प्रतिबंधित किये जाने के बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने इस मुद्दे को विपक्षी एकता से जोड़ते हुए कॉमन एजेंडे की बात छेड़ दी।
नीतीश कुमार 2024 के आम चुनाव को लेकर विपक्षी एकता के प्रमुख घटक माने जा रहे हैं लेकिन जब पत्रकारों ने राजधानी पटना में गुरुवार को उनसे पूछा कि क्या आप भी कांग्रेस की तरह बिहार में बजरंग दल को प्रतिबंधित किये जाने के पक्ष में हैं तो उन्होंने सवाल का सीधा जवाब देने के बजाय उसे विपक्षी एकता से जोड़ दिया।
नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा, "ऐसे सवालों पर अभी से क्या बोला जाए। हम लोग अभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की दिशा में काम कर रहे हैं। एक बार जब सभी इकट्ठा हो जाएंगे तो सारे मुद्दों पर एक साथ बैठक होगी और एक साझा एजेंडा तैयार किया जाएगा।"
लेकिन दिलचस्प यह है कि इस मुद्दे पर नीतीश की पार्टी जदयू से लोकसभा सांसद कौशलेंद्र कुमार ने हाल में बयान दिया था कि वो हिंदू परिषद, आरएसएस की युवा शाखा और बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करते हैं।
सांसद कौशलेंद्र ने बजरंग दल जैसे संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग तब कि जह कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में कहा कि वो सत्ता में आने पर बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा देगी। नालंदा के सांसद कैशलेंद्र ने बिहारशरीफ में हुई हालिया सांप्रदायिक तनाव के लिए बजरंग दल को जिम्मेदार ठहराते हुए बजरंग दल को बैन किये जाने की मांग की है।