नीतीश कुमार ने 'यू टर्न' के फैसले पर कहा, ''बीच में 'इधर उधर' गया लेकिन अब एनडीए के साथ ही रहूंगा''
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 9, 2024 11:53 AM2024-02-09T11:53:24+5:302024-02-09T12:00:58+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन की सरकार गिराने के लिए 'यू' टर्न' पर कहा कि वह बीच में 'इधर उधर' चले गए थे लेकिन अब एनडीए में साथ रहेंगे।
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में महागठबंधन की सरकार गिराने के लिए 'यू' टर्न' पर कहा कि वह बीच में 'इधर उधर' चले गए थे, लेकिन अब वह फिर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में आ गए हैं और स्थायी रूप से इसी के साथ रहेंगे।
पटना में बीते गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने मजाकिया अंदाज में कहा, ''मैं आपको पहले ही बता चुका हूं कि बीजेपी-जेडीयू पहले भी साथ थे, बीच में जरूर मैं दो बार 'इधर उधर' गया था, लेकिन अब एक बार फिर मैं 'उधर' (एनडीए) में आ गया हूं और स्थायी रूप से अब यहीं रहूंगा।''
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने कल दिल्ली में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा के साथ बैठक में किसी विशेष पैकेज का मुद्दा उठाया था। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, "हमारे बारे में चिंता न करें। हम काम कर रहे हैं। बिहार के विकास के लिए 2005 से काम चल रहा है। इसलिए आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। हम लोगों के बीच में सभी चर्चाएं बहुत अच्छे से हुई हैं।"
मालूम हो कि बिहार में सत्ता परिवर्तन होने के बाद राज्य में भाजपा के साथ सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार ने बुधवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद सोशल प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर शेयर किए पोस्ट में गृहमंत्री शाह ने कहा, "बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात हुई। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार बिहार में सुशासन और विकास को गति देगी।”
गृहमंत्री से मुलाकात से पहले नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि अब वह हमेशा एनडीए के साथ रहेंगे। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, "बीजेपी-जेडीयू 1995 से एक साथ थे। हम बीच में 2 बार इधर उधर जरूर हो गए लेकिन अब कहीं नहीं जाएंगे।''
लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर उन्होंने कहा, "इस पर चर्चा करने के पीछे कोई तर्क नहीं है। यह हो जाएगा।" बिहार में भाजपा के समर्थन से नई सरकार बनाने के लिए महागठबंधन और इंडिया ब्लॉक को छोड़ने के बाद जनता दल (यूनाइटेड) सुप्रीमो की यह पहली यात्रा थी।