गर्भवती हाथिनी की मौत पर मोदी सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने कहा- गलती से पटाखे भरा फल खा लिया होगा
By अनुराग आनंद | Published: June 8, 2020 06:04 PM2020-06-08T18:04:44+5:302020-06-08T18:06:02+5:30
पर्यावरण मंत्रालय की मानें तो यहां के लोग जंगली सूअरों को रोकने के लिए विस्फोटकों से भरे फल का इस्तेमाल करते हैं।
नई दिल्ली: पिछले दिनों केरल में एक 15 वर्षीय गर्भवती हथिनी ने पटाखों से भरा अनानास खा लिया था, जो उसके मुंह में फट गया और एक सप्ताह बाद वेलियार नदी में उसकी मौत हो गई। इस मामले में नरेंद्र मोदी सरकार के पर्यावरण मंत्रालय का बयान आया है। मंत्रालय ने कहा है कि केरल में एक गर्भवती हाथिनी की मौत की प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि उसने गलती से पटाखे से भरा फल खा लिया होगा।
इसके साथ ही मंत्रालय ने ट्वीट कर इस मामले में यह भी कहा है कि मंत्रालय ने अपनी जांच में पाया है कि स्थानीय लोग अक्सर बागान के खेतों में जंगली सूअरों को रोकने के लिए विस्फोटकों से भरे फल का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में संभावना है कि भूखी हाथिनी ने फल देखते ही खाने का प्रयास किया और पटाखे उसके मुंह में फट गए। इस मामले में अभी जांच जारी है।
Primary investigations revealed, the elephant may have accidentally consumed in such fruit. @moefcc is in constant touch with Kerala Govt & has sent them detailed advisory for immediate arrest of culprits & stringent action against any erring official that led to elephant's death
— MoEF&CC (@moefcc) June 6, 2020
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि हथिनी गर्भवती थी-
बता दें कि हाथिनी की मौत के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। 27 मई को हथिनी की मौत की घटना के संबंध में तीन संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और दो अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है। वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘ पटाखों से भरा अन्नानास खाने से हुए विस्फोट में उसका जबड़ा टूट गया था और वह कुछ भी चबा पाने में असमर्थ थी।’’ पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि हथिनी गर्भवती थी।
साइलेंट वैली जंगल में हथिनी की ऐसी दुखद मौत का खुलासा वन विभाग के एक अधिकारी द्वारा अपने फेसबुक पोस्ट पर भावुक टिप्पणी पोस्ट किए जाने के बाद हुआ था। उन्होंने लिखा था, ‘‘जब हमने उसे देखा तो वह नदी में खड़ी थी, उसका सिर पानी में डुबा हुआ था। उसे अपनी छठी इंद्री से समझ आ गया था कि वह मरने वाली है।उसने खड़े खड़े ही नदी में जलसमाधि ले ली।’’ उन्होंने नदी में सिर झुकाए खड़ी हथिनी के फोटो भी पोस्ट किए थे ।
14 दिनों से भूखी थी हथिनी-
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मौत से पहले हथिनी ने 14 दिनों से कुछ नहीं खाया था। दर्द की वजह से वह कुछ खा-पी नहीं पा रही थी। पानी में जाने से पहले उसने भूख-प्यास से परेशान होकर आस-पास के गांव के कई चक्कर लगाए थे।
हथिनी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि वह गर्भवती थी। उसकी मौत का प्रमुख कारण भी फेफड़ों में पानी भर जाना था। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में कहा गया कि हथिनी की मौत पानी में सांस लेने के कारण फेफड़ों में पानी भर जाने से हुई है। इसके अलावा, अन्नानास खाने से हुए विस्फोट में हथिनी का जबड़ा टूट गया था और वह कुछ भी चबा पाने में भी असमर्थ थी। इसलिए वह भूखी थी।