नई दिल्ली: कांग्रेस के राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए एक पाकिस्तानी नेता के दिखावटी समर्थन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला था और इसकी जांच की जरूरत है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के साथ एक विशेष साक्षात्कार में उन्होंने हालांकि कहा, "मैं जिस पद पर हूं, मुझे नहीं लगता कि मुझे ऐसे विषयों पर टिप्पणी करनी चाहिए, लेकिन मैं आपकी चिंता को समझ सकता हूं।" पिछले हफ्ते जब लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मतदान हुए तब पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन को अरविंद केजरीवाल की भी प्रशंसा करने का अवसर मिला।
बता दें कि इससे पहले चौधरी कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ करते हुए नजर आए थे। इस मामले के बारे में पूछे जाने पर पीएम मोदी ने कहा, "मुझे नहीं पता कि जो लोग हमसे दुश्मनी रखते हैं, उन्हें कुछ लोग क्यों पसंद आते हैं। कुछ लोगों के समर्थन में वहां से आवाजें क्यों उठती हैं।" इसे चिंता का विषय मानते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय मतदाता परिपक्व है और सीमा पार के बयानों से यहां चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा, "चुनाव भारत का है और भारत का लोकतंत्र बहुत परिपक्व है, स्वस्थ परंपराएं हैं और भारत के मतदाता किसी बाहरी गतिविधियों से प्रभावित होने वाले मतदाता भी नहीं हैं।" पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के मंत्रिमंडल में मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने पहले अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने पर सहमति व्यक्त की थी।
चौधरी की अगली पोस्ट पोलिंग बूथ पर केजरीवाल और उनके परिवार की एक तस्वीर पर प्रतिक्रिया थी। मुख्यमंत्री द्वारा फोटो पोस्ट करने के बाद चौधरी ने टिप्पणी की, "शांति और सद्भाव नफरत और उग्रवाद की ताकतों को हराए।"
हालांकि, चौधरी के इस ट्वीट पर केजरीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उन्होंने लिखा था, "चौधरी साहब, मैं और मेरे देश की जनता अपनी समस्याओं का समाधान स्वयं करने में सक्षम है। हमें आपके ट्वीट की जरूरत नहीं है। इस वक्त पाकिस्तान का बुरा हाल है। आप अपना देश खुद संभालिए।" इससे पहले चौधरी के राहुल गांधी के प्रति समर्थन दिखाने से राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया था।