कर्नाटक चुनाव: लालू ने कहा-भाजपा का ‘‘सफाया’’ शुरू हुआ; नीतीश ने विपक्षी एकता पर ध्यान केंद्रित किया
By भाषा | Published: May 17, 2023 07:19 AM2023-05-17T07:19:41+5:302023-05-17T07:31:34+5:30
बिहार के सीएम नीतीश कुमार से जब बाबा धीरेंद्र शास्त्री के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा है कि ‘‘संविधान में सभी धर्मों के अनुयायियों को समान अधिकार दिए गए हैं। तब वह पैदा भी नहीं हुए थे, न ही हम थे। हमें गर्व है कि बिहार कई धर्मों और धर्मों के मंदिरों वाला स्थान है और यह दूर-दूर से तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है।’’
पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक के चुनाव परिणाम के साथ भाजपा का ‘‘सफाया’’ शुरू हो गया है। कर्नाटक में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल की है। कर्नाटक चुनाव के परिणाम पर राजद सुप्रीमो ने कहा, ‘‘भाजपा का सफाया शुरू हो गया है।’’ कुछ समय पहले सिंगापुर में गुर्दा प्रतिरोपण कराने वाले राजद सुप्रीमो ने राष्ट्रीय राजधानी जाने से पूर्व पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की है।
गुर्दा प्रतिरोपण कराने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में रह रहे राजद सुप्रीमो कुछ दिनों पूर्व अपने अपने गृह नगर वापस आए थे। लालू के करीबी सहयोगियों के अनुसार उनका नवीनतम दिल्ली दौरा सिंगापुर के डॉक्टरों की एक टीम की यात्रा के कारण हुआ है जिनसे वे परामर्श करना चाहते हैं। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि लालू पटना कब वापस आएंगे। बता दें कि लालू चारा घोटाले के मामलों में जमानत पर हैं।
विपक्षी दलों के नेताओं के बैठक पर क्या बोले सीएम नीतीश कुमार
इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वह दक्षिणी राज्य में नयी सरकार के गठन के बाद विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक करने को लेकर उत्सुक हैं। यहां एक कार्यक्रम के इतर नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘मैंने कांग्रेस को कर्नाटक में उसके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी थी। हमें उम्मीद है कि वे जल्द ही सरकार का गठन पूरा करेंगे।’’
पटना में विपक्षी नेताओं की एक बैठक आयोजित करने की योजना के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘‘हमने इस बारे में समान विचारधारा वाले नेताओं से बात की है। हमने कर्नाटक में चुनाव को देखते हुए चीजों को रोक दिया था। एक बार जब वे (कांग्रेस) सरकार गठन कर लेंगे तो हम (बैठक के लिए) तारीख तय करेंगे।’’
धीरेंद्र शास्त्री पर क्या बोले सीएम नीतीश
धीरेंद्र शास्त्री उर्फ बागेश्वर बाबा के बयानों के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘‘संविधान में सभी धर्मों के अनुयायियों को समान अधिकार दिए गए हैं। तब वह पैदा भी नहीं हुए थे, न ही हम थे। हमें गर्व है कि बिहार कई धर्मों और धर्मों के मंदिरों वाला स्थान है और यह दूर-दूर से तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है।’’
बागेश्वर बाबा ने अपनी एक सभा में कथित तौर पर कहा था कि ‘‘बिहार एक हिंदू राष्ट्र के गठन का मार्ग प्रशस्त करेगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह भी ध्यान में रखा जाना चाहिए कि कोई भी संविधान के मूल चरित्र में बदलाव नहीं ला सकता है। इस तरह की कवायद के लिए संसद के दोनों सदनों में दो तिहाई बहुमत की आवश्यकता होगी।’’
गिरिराज सिंह के आरोपों पर कही यह बात
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार पर बागेश्वर बाबा का दरबार आयोजित करने में सहायता प्रदान करने से इनकार करने और ऐसा करके सनातन धर्म के प्रति उदासीनता का आरोप लगाया था। सिंह के बयान के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘‘कई लोग (भाजपा में) अपने आकाओं से कुछ प्रशंसा की उम्मीद में मुझे गाली देते रहते हैं लेकिन सरकारें धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नीतियां नहीं बना सकती हैं।’’