एक-दूसरे में भिड़े नजरबंद उमर अब्दुल्ला-महबूबा मुफ्ती, झगड़े के बाद अलग-अलग अस्थाई जेल में किया गया शिफ्ट
By सुरेश डुग्गर | Published: August 12, 2019 03:55 PM2019-08-12T15:55:20+5:302019-08-12T15:55:20+5:30
एक बार उमर महबूबा पर चिल्ला पड़े और उन पर और उनके दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद पर भारतीय जनता पार्टी से 2015 और 2018 में गठबंधन करने के लिए ताना जड़ दिया। सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच जमकर कहासुनी हुई जिसे वहां मौजूद स्टाफ ने भी सुना।
जम्मू कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों - उमर अब्दुल्ला तथा महबूबा मुफ्ती को ट्विटर का योद्धा कहा जाता है। वे अक्सर ट्विटर पर लड़ा करते थे और जब धारा 370 हटाने की कवायद आरंभ हुई तो एक दिन पहले ही दोनों को नजरबंद कर दिया गया और फिर अस्थाई जेलों में बंद कर दिया गया।
ये दोनों योद्धा इस अस्थाई जेल में भी युद्ध किए बगैर नहीं रह सके जिस कारण अधिकारियों को उन्हें अलग-अलग अस्थाई जेलों में शिफ्ट कर देना पड़ा।
दरअसल जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद हिरासत में एक साथ रखे गए उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया कि दोनों को अलग करके रखना पड़ा।
अधिकारियों ने बताया कि एक-दूसरे के धुर विरोधी उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को धारा 370 हटाए जाने के बाद राज्य में शांति भंग की आशंका को देखते हुए पिछले हफ्ते हरि निवास महल में हिरासत में रखा गया था।
अधिकारियों ने बताया कि दोनों के बीच विवाद बढ़ने पर यह फैसला किया गया कि दोनों को अलग रखा जाए।
उमर को महादेव पहाड़ी के पास चश्माशाही में वन विभाग के भवन में रखा गया है, जबकि महबूबा हरि निवास महल में ही हैं। झगड़े से पहले उमर हरि निवास के ग्राउंड फ्लोर पर थे और महबूबा पहली मंजिल पर।
जानकारी के लिए हरि निवास महल आतंकवादियों से पूछताछ के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जगह के रूप में जाना जाता है।
अधिकारियों ने बताया कि दोनों नेताओं को जेल के नियमों और उनके ओहदों के हिसाब से खाना दिया जा रहा है।
एक अधिकारी ने बताया कि महबूबा ने ब्राउन बेड खाने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन उन्हें वह दी नहीं जा सकी, क्योंकि जेल के मेन्यू में हिरासत में लिए गए वीवीआईपी लोगों के लिए ऐसा कुछ नहीं है।
उन्होंने बताया कि एक बार उमर महबूबा पर चिल्ला पड़े और उन पर और उनके दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद पर भारतीय जनता पार्टी से 2015 और 2018 में गठबंधन करने के लिए ताना जड़ दिया। सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच जमकर कहासुनी हुई जिसे वहां मौजूद स्टाफ ने भी सुना।
पीडीपी चीफ महबूबा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस उपाध्यक्ष उमर को जमकर जवाब दिए। महबूबा ने उमर को याद दिलाया कि फारूक अब्दुल्ला का गठबंधन अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भाजपा से था।
एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने जोर से उमर से कहा कि आप तो वाजपेयी सरकार में विदेश मामलों के जूनियर मिनिस्टर थे। महबूबा ने उमर के दादा शेख अब्दुल्ला को भी 1947 में जम्मू- श्मीर के भारत में विलय के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया।