सिलीगुड़ी : ओडिशा के भुवनेश्वर में नंदनकाना चिड़ियाघर में शुक्रवार को एक पीले एनाकोंडा की मौत हो गई। फिलहाल, उसके पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है। नंदनकाना के उप निदेशक बिमल कुमार आचार्य ने बताया कि अब चिड़ियाघर में पांच एनाकोंडा बचे हैं।
बीते दिनों नॉर्थ बंगाल वाइल्ड एनिमल्स पार्क (बंगाल सफारी) की बाघिन 'शीला' ने बुधवार सुबह-सुबह बड़ी खुशखबरी दी।
यह वास्तव में बड़ी खुशी की बात है कि सिलीगुड़ी शहर से लगभग 10-11 किलोमीटर दूर पांच माइल में सेवक रोड किनारे 297 हेक्टेयर जंगली भूभाग में फैले विशाल 'बंगाल सफारी' पार्क में रॉयल बंगाल टाइगरों की संख्या अब चार से बढ़कर सात हो गई है।
इससे पूर्व 11 मई 2018 को भी 'शीला' ने तीन शावकों रीका, कीका, व इका को जन्म दिया था। ये नामकरण खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था। उन तीनों शावकों में से एक 'इका' की जन्मजात कमजोरी के कारण, पांच महीने बाद ही मौत हो गई। उन तीनों शावकों का पिता 'स्नेहाशीष' था जो इन दिनों कोलकाता के अलीपुर स्थित चिड़ियाघर में है। वहां, पहले से तीन बाघिन व चार बाघ थे। मगर, उन चारों बाघों की उम्र 12 वर्ष से अधिक थी और वे संख्या-वृद्धि में सक्षम नहीं हो पा रहे थे इसीलिए 'स्नेहाशीष' को दिसंबर 2018 में नॉर्थ बंगाल वाइल्ड एनिमल्स पार्क (बंगाल सफारी) से कोलकाता के अलीपुर चिड़ियाघर ले जाय