ओडिशा: जासूसी कबूतर चढ़ा मछुआरों के हत्थे, कैमरे, माइक्रोचिप से लैस भर रहा था समुद्री उड़ान
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 10, 2023 12:35 PM2023-03-10T12:35:39+5:302023-03-10T12:47:38+5:30
ओडिशा के समुद्र तटीय क्षेत्र पारादीप में 40 मील दूर समुद्र में उड़ान भरते हुए एक ऐसे कबूतर को पकड़ा गया है, जिसके शरीर पर कैमरे और माइक्रोचिप लगा हुआ है। पारादीप तटरक्षक पुलिस मामले की बेहद गंभीरता से जांच कर रही है।
पारादीप: ओडिशा के समुद्र तटीय क्षेत्र पारादीप में एक ऐसा जासूसी कबूतर पकड़ा गया है, जिसके शरीर पर कैमरे और माइक्रोचिप लगा हुआ है। स्थानीय मछुआरों ने संदिग्ध कबूतर को बुधावर को समुद्री उड़ान भरते हुए देखा। कबूतर पारादीप तट से करीब 40 समुद्री मील दूर था। जब 'सारथी' नामक छोटी नौका पर सवार कुछ मछुवारों की नजर उन पर पड़ी। उन्होंने फौरन उसे पकड़ा और तटरक्षक पुलिस के हवाले कर दिया।
इस संबंध में तटरक्षक पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीते रविवार को 'सारथी' नाम की छोटी सी नौका लेकर समुद्र में मछली पकड़ने के लिए गये 8 मछुआरों ने बीते मंगलवार को तट से 40 मील दूर समुद्र में पकड़ा और अगले दिन बुधवार को पुलिस को पास लेकर आये। 'सारथी' के चालक शंकर बेहरा ने बताया कि मछुआरों ने जहाज पर बैठे सफेद रंग के कबूतर को देखा। जिसके दोनों पैरों में छोटे कैमरे और माइक्रोचिप लगी हुई थी।
समाचार पत्र द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार शंकर बेहरा ने बताया कि कबूतर की टांग में फिट किये हुए कैमरे को काली टेप से ढका गया था। इसके अलावा कबूतर के पंखों पर किसी विदेशी भाषा में कुछ लिखा हुआ था।
बेहरा ने कहा, “कबूतर को देखते ही हमें संदेह हो गया कि उसका इस्तेमाल चीन द्वारा ओडिशा तट की जासूसी के लिए किया जा रहा है। इसलिए हमने उसे फौरन पकड़ लिया और उस खान-पानी दिया। इसके बाद बुधवार को हम बंदरगाह पर वापस लौटे और कबूतर को पुलिस को सौंप दिया।”
इस घटना के संबंध में जगतसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक राहुल पीआर ने कहा कि पुलिस ने कबूतर के शरीर से बरामद हुए कैमरे और माइक्रोचिप को जांच के लिए भुवनेश्वर स्थित राज्य फोरेंसिक प्रयोगशाला में भेजा गया है। इसके साथ ही कबूतर के स्वास्थ्य की स्थिति की जांच के लिए पशु चिकित्सकों को भी लगाया गया था।
उन्होंने कहा, “हम कबूतर के शरीर पर लिखे गये अक्षरों को पढ़ने के लिए भाषाविदों की मदद ल रहे हैं ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके। इसके साथ ही इस केस में हमने साइबर विशेषज्ञों को शामिल किया है।"
पुलिस अधीक्षक राहुल पीआर ने कहा कि हमने घटना के संबंध में अभी तक कोई केस नहीं दर्ज किया है लेकिन बावजूद इसके हम बेहद गंभीरता से मामले की जांच कर रहे हैं। संदिग्ध कबूतरको हम कटक के डॉग स्क्वायड के पास भेज रहे हैं ताकि पता लगाया जा सके कि वह प्रशिक्षित था या नहीं।
एसपी राहुल ने कहा कि ओडिशा की 480 किलोमीटर की तटरेखा पर स्थित बालासोर में मिसाइल परीक्षण रेंज है। इसके अलावा पारादीप तट में बंदरगाह और आईओसीएल की तेल रिफाइनरी परियोजना सहित कई अन्य प्रमुख उद्योग हैं। इस कारण से मामले का अनुसंधान बेहद गंभीरता से की जा रही है।