केंद्रीय मंत्री के खिलाफ ओडिशा के अधिकारियों ने काली पट्टी पहनकर प्रदर्शन किया
By भाषा | Published: October 12, 2021 08:59 PM2021-10-12T20:59:48+5:302021-10-12T20:59:48+5:30
भुवनेश्वर/बारिपदा, 12 अक्टूबर ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) के मयूरभंज जिले के अधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर तुडू पर उनकी हालिया प्रदेश यात्रा के दौरान राज्य सरकार के अधिकारियों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ काली पट्टियां पहनकर प्रदर्शन किया।
केंद्रीय जल शक्ति और आदिवासी कार्य राज्य मंत्री तुडू ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि कुछ अधिकारियों ने उन्हें अपमानित किया जिन्होंने मयूरभंज जिले के सर्किट हाउस में उन्हें एक खराब कमरा दिया था।
ओएएस अधिकारी संघ ने आरोप लगाया कि मंत्री ने उनके एक सदस्य के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया जिसके बाद उन्होंने कल रात से काली पट्टी पहनकर प्रदर्शन शुरू किया, वहीं तुडू ने दावा किया कि अधिकारी अपनी जन विरोधी गतिविधियों को छिपाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
संघ के अध्यक्ष और मयूरभंज के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट रुद्रनारायण मोहंती ने आरोप लगाया कि मंत्री ने नौ अक्टूबर को उनके साथ अपशब्दों का इस्तेमाल किया।
संघ ने एक बयान में कहा, ‘‘मंत्री ने मयूरभंज के एडीएम को नौ अक्टूबर, 2021 को शाम करीब 4:26 बजे फोन करके सर्किट हाउस, मयूरभंज में चल रहे मरम्मत कार्य के बारे में पूछा। एडीएम, मयूरभंज ने विनम्रता से जवाब दिया कि सर्किट हाउस में सालाना मरम्मत और रख-रखाव का काम चल रहा है। माननीय मंत्री ने तब अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए एडीएम और जिलाधिकारी, मयूरभंज को लेकर चिल्लाना शुरू कर दिया। उनकी भाषा इतनी अभद्र और अशोभनीय थी कि उसे बैठक की कार्यवाही में लिखा नहीं जा सकता।’’
जिले के अधिकारियों ने सोमवार को इसके खिलाफ काली पट्टी पहनकर विरोध करने का निर्णय लिया।
तुडू ने कहा कि उन्होंने किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया। हालांकि उन्होंने कहा कि मयूरभंज और क्योंझर जिलों में आदिवासियों के लिए कुछ कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रगति नहीं होने पर उन्होंने नाखुशी जताई थी।
भाजपा नेता तुडू ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘जब मैं मयूरभंज जिले में पहुंचा, जहां से मुझे केंद्रीय मंत्री बनने से पहले लोकसभा सदस्य चुना गया है, तो अधिकारियों ने मुझे अपमानित करने के लिए सर्किट हाउस में खराब कमरा दिया। जबकि राज्य के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति विभाग के एक अधिकारी को विशेष सुइट दिया गया था। यह निश्चित रूप से विशेषाधिकार हनन का मामला है।’’
उन्होंने कहा कि वह प्रदर्शन कर रहे अधिकारियों से मिलने जा रहे हैं। तुडू ने कहा, ‘‘मैं उन्हें काले परिधान दूंगा। उन्हें काले परिधान पहनने चाहिए और लोगों को उनकी काली करतूतों के बारे में पता होना चाहिए।’’
आरोप हैं कि मंत्री ने पहले भी अन्य अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार किया था।
ओडिशा से भाजपा के वरिष्ठ सांसद सुरेश पुजारी ने कहा, ‘‘सांसदों को जनता के अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए। जब विकास गतिविधियों की बात आती है तो सभी को विश्वास में लेना चाहिए और टीम की तरह काम करना चाहिए।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।