देश भर में जारी कोरोना संकट के बीच ओडिशा से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। यहां एक 70 साल की बेटी को अपनी 100 से ज्यादा साल की उम्र की मां को चारपाई पर घसीटते हुए बैंक ले जाना पड़ा। ऐसा इसलिए क्योंकि बैंक ने पेशन के लिए खाताधारत को प्रत्यक्ष तौर पर सामने आकर अपने सत्यापन की बात कही थी।
ये हैरान कर देने वाली घटना 11 जून की है और ये मामला ओडिशा के नौपाड़ा जिले से जुड़ा है। मां की पहचान लाभे बघेल के तौर पर हुई है। मां-बेटी नौपाड़ा जिले के खरियार ब्लॉक के बरागान गांव के रहने वाले हैं।
मिली जानकारी के अनुसार महिला ने अपनी बेटी गुंजा देई को अपने पेंशन खाते से 1500 रुपये निकालने के लिए बैंक भेजा था। बैंक अधिकारी ने हालांकि पेंशन के पैसे देने से इनकार किया और खाताधारक को प्रत्यक्ष तौर पर बैंक में लाने को कहा। ऐसे में 70 साल की उम्र वाली गुंजा के सामने अपनी मां को चारपाई से खींचते हुए बैंक लाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था।
गुंजा जैसे ही अपनी मां के साथ बैंक पहुंची, बैंककर्मी ने महिला की हालत देखते हुए तुरंत पैसे जारी किए। हालांकि, इस बीच बेटी के अपनी मां की चारपाई को सड़क पर खींचते हुए बैंक तक ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
गौरतलब है कि भुवनेश्वर म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) आयुक्त प्रेम चंद चौधरी ने सभी सरकारी, निजी बैंकों और आरआरबी के क्षेत्रीय प्रबंधकों को पत्र लिखकर बुजुर्ग नागरिकों को डोर-टू-डोर सेवा प्रदान करने के लिए कहा है।
वहीं, मामला सामने आने के बाद नौपाड़ा के विधायक राजू ढोलकिया ने सरकार ने इस मामले में हस्तक्षेप कर कठोर कार्रवाई करने की अपील की है। राजू ने कहा, 'हमें वीडियो के जरिए इस बात की जानकारी मिली है जिसमें एक महिला को चारपाई पर खींच कर ले जाया जा रहा है। मैं सरकार से अपील करता हूं कि वह इस मामले को देखे और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे।'