भुवनेश्वरः कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच डर सता रहा है कि घर से बाहर गए लोग कहीं कोरोना संक्रमित होकर तो नहीं लौट रहे हैं। इसी डर की वजह से एक मकान मालिक ने किरायेदार के पूरे परिवार को घर में नहीं घुसने दिया गया, जिसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंच गया। यह मामला ओडिशा के बालासोर का है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक कैंसर रोगी और उसके परिवार के सदस्यों को कथित तौर पर मकान मालिक ने किराये के घर में घुसने की अनुमति नहीं दी और कहा कि बाहर रहो। इसकी पीछे की वजह यह रही है कि किरायेदार मेडिकल जांच के बाद भुवनेश्वर से लौटकर आए थे। यह मामला बीते दिन गुरुवार का है। बता दें, भुवनेश्वर में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद उसे हॉटस्पॉट में तब्दील किया गया है।
इस संबंध में बालासोर के तहसीलदार का कहना है कि किरायेदार के परिवार को घर के बाहर 7-8 घंटे बिताने पड़े हैं। इसको लेकर हमने मकान मालिक से बात की और यह तय किया गया कि मरीज और उसकी पत्नी घर में रहेंगे, जबकि उनके बेटे रिश्तेदार के यहां जाकर रहेंगे। साथ ही साथ वे इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक शालिनी पंडित ने कहा कि केवल दो मरीजों को अस्पताल में देखभाल की आवश्यकता है, जबकि बाकी को अस्पताल में पृथकवास में रखा गया है। उन्होंने कहा कि कई लोगों को जल्द ही अस्पतालों से छुट्टी मिल जाएगी।
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले का कोविड-19 का एक मरीज ठीक हो गया है और जल्द ही उसे अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। राज्य सरकार ने यह जानकारी दी। सुंदरगढ़ जिले के बिसरा क्षेत्र के एक 67 वर्षीय व्यक्ति और एक 18 वर्षीय लड़के को वायरस से संक्रमित पाया गया था। उन्हें राउरकेला के हाई-टेक कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इनमें बुजुर्ग व्यक्ति ने पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात द्वारा आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिया था, जिसके संपर्क में आने के बाद किशोर भी संक्रमित हो गया। हालांकि, यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका है कि दोनों में से कौन सा मरीज ठीक हो चुका है। इस मरीज के ठीक होने के बाद राज्य में कोविड-19 से ठीक होने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या 19 हो गई है। ओडिशा में बीमारी से ठीक होने की दर 30 फीसदी है।