झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या 57, आठ आरपीएफ जवानों के भी संक्रमित होने की खबर, मचा हड़कंप
By एस पी सिन्हा | Published: April 24, 2020 08:50 PM2020-04-24T20:50:46+5:302020-04-24T20:52:03+5:30
राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमितों के बीच सैंपलों की जांच तेजी से न होना बडा खतरा बनता जा रहा है. राज्य के चार टेस्टिंग लैब में अभी 2280 सैंपल पेंडिंग पडे़ हुए हैं.
रांची: झारखंड में कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. गुरुवार को राजधानी रांची के हिंदपीढी से 7 कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई थी, तो आज देवघर से कोरोना का दूसरा पॉजिटिव पॉजिटिव मरीज मिला. वह गुजरात से देवघर लौटा था.
यह जिले में अबतक का दूसरा कोरोना मरीज है. इस तरह राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 57 हो गई है. हालांकि झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला से आरपीएफ के कुल आठ जवानों को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने की खबर है. लेकिन इसकी तत्काल कोई पुष्टी नही कर रहा है.
इस संबंध में पूर्वी सिंहभूम जिले के सिविल सर्जन ने बताया कि खडगपुर डिवीजन के 26 आरपीएफ जवान व अधिकारी पिछले दिनों गोली बारूद लाने के लिए दिल्ली गए थे. इनमें घाटशिला बैरक के दो जवान भी शामिल थे. 16 अप्रैल को एक मालगाड़ी से सभी जवान लौट कर खड़गपुर पहुंचे. इसके बाद दोनों घाटशिला बैरक लौट आए. जिला प्रशासन को पता चला कि दोनों दिल्ली से लौटे हैं. इसलिए दोनों को होम क्वांटराइन कर दिया. एक जवान को उसके क्वार्टर में और दूसरे को बैरक के पास एक कमरे में क्वारंटाइन किया गया.
उधर, 24 जवानों की जांच खडगपुर में की गई. इसमें एक कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया. वह मूल रूप से बनारस का रहनेवाला है. उधर, 24 जवानों की खड़गपुर में जांच की गई. जांच रिपोर्ट में एक कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद सभी जवानों की जांच मांग उठी. घाटशिला के इन दोनों जवानों को भी विगत 21 अप्रैल को खडगपुर ले जाया गया. 22 अप्रैल को जांच हुई. आज 24 अप्रैल को रिपोर्ट आई है, जिसमें कुल आठ जवानों को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने की बात सामने आ रही है.
वहीं, राजधानी रांची के हिंदपीढी इलाके में गुरुवार को सात और लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. इसतरह से हिंदपीढी एरिया 33 कोरोना संक्रमित हो गये हैं. जबकि बरियातू में एक और बेडि में दो पॉजिटिव मिले हैं. इसतरह से 36 रांची, 10 बोकारो, 02 धनबाद, 02 देवघर, 02 गिरिडीह, 03 हजारीबाग, 02 सिमडेगा और 01 गढवा का मरीज शामिल है. हिंदपीढी एरिया में कोरोना का हॉट स्पॉट एरिया बना हुआ है. यहां के दो कोरोना पॉजिटिव समेत तीन लोगों की अबतक मौत हो चुकी है.
वहीं, राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमितों के बीच सैंपलों की जांच तेजी से न होना बडा खतरा बनता जा रहा है. राज्य के चार टेस्टिंग लैब में अभी 2280 सैंपल पेंडिंग पडे हुए हैं. इनमें सबसे अधिक रिम्स में 1700, उसके बाद पीएमसीएच धनबाद में 560 संदिग्धों के सैंपल शामिल हैं. सबसे चिंतनीय बात तो यह है कि जितनी संख्या में संदिग्धों के सैंपल लिए जा रहे हैं, जांच की रफ्तार अपेक्षाकृत काफी धीमी है.
14 दिनों में तीन टेस्ट किए जाने के कारण लोड अधिक बढ़ने, मैनपावर की कमी, लैब की संख्या सीमित होने के कारण सैंपल पेंडिंग पडे हुए हैं. कुछ ऐसे भी संदिग्ध हैं, जिनका स्वॉब लेने के बाद छोड दिया गया है. वहीं रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन की देरी हो रही है. राज्य में रिम्स रांची के अलावा गुमला, लोहरदगा, रामगढ, हजारीबाग, पलामू, लातेहार, गढवा, कोडरमा व चतरा के सैंपल की जांच होती है. बताया जा रहा है कि रोज 350-400 सैंपल आ रहे, पर जांच 180-200 सैंपल की ही हो रही.
वहीं, संदिग्ध क्वारेंटाइन नियमों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. ऐसे में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद संक्रमण फैलने की आशंका भी बनी हुई है. पिछले दिनों ऐसा ही मामला सामने आया. बिना टेस्ट रिपोर्ट आए ही बेडो के संदिग्ध मरीज को खेलगांव क्वारेंटाइन सेंटर से छोड़ दिया गया. बाद में बेडो का यह मरीज पॉजिटिव निकला. ऐसे में संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है.
उधर, रिम्स के 18 डॉक्टरों सहित 29 कर्मचारियों को एहतियातन क्वारेंटाइन किया गया है. जानकारी के अनुसार इन लोगों ने एक महिला का प्रसव कराया था, जो बाद में कोरोना पॉजिटिव निकल गी थी. जिसके बाद इन्हें क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. अब तक नवजात की रिपोर्ट नहीं आई है. जबकि महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रिम्स के गायनी विभाग को बंद कर दिया गया.
फिलहाल में रिम्स में प्रसव की व्यवस्था अब कैजुअल ऑपरेशन थियेटर में किया गया है. बताया जा रहा है कि जो महिला कोरोना पॉजिटिव निकली है, वह लातेहार की रहने वाली है. उसका मायका रांची के हिंदपीढी में है. वह यहां पर आई हुई थी. इस दौरान ही वह कोरोना संक्रमित हो गई.