पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने कहा है कि कोरोना वायरस से भी फैल सकता है। कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी डॉक्टरों, कर्मचारियों और मरीजों को अपना मोबाइल अस्पताल के बाहर ही जमा करना होगा।
वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वायरस संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसके अलावा खुली हवा में खांसने और छींकने, हाथ मिलाने या गले मिलने, किसी संक्रमित वस्तु को छूने और उसके बाद हाथ को मुंह या आंखों पर लगाने से भी फैलता है। इसके अलावा विशेषज्ञों ने कई बार बताया कि मोबाइल फोन के जरिये वायरस फैल सकता है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सिर्फ हाथों को धोना काफी नहीं है क्योंकि अगर आप फोन छूने के बाद चेहरे को छूते हैं, तो आप बीमारी से संपर्क में आ सकते हैं। आपको इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि पेंट या हैंड बैग में फोन के साथ रूमाल नहीं रखना चाहिए। इसके अलावा यह सुनिश्चित करें कि बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए आप अपने हेडफोन को अपने हैंड सैनिटाइजर से साफ करें।
इसके अलावा आप अपने स्मार्टफोन को संक्रमण से बचाने के लिए क्लीनिंग लिक्विड की मदद ले सकते हैं और मोबाइल क्लीनिंग वाइप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के मामले बढ़कर 456 हो गये। मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वैसे मंगलवार शाम से मृतक संख्या 15 ही बनी हुई है और छह मरीजों को स्वस्थ हो जाने पर अस्पताल से छुट्टी भी दी गयी है। मुख्य सचिव ने बताया कि सक्रिय मामले कोलकाता नगर निगम क्षेत्रों, हावड़ा, आसनसोल और सिलीगुड़ी से सामने आये हैं। सिन्हा ने बताया कि इस मामलों में ज्यादातर लोग अपने पारिवारिक संपर्क की वजह इस बीमारी के गिरफ्त में आये।