उत्तर भारतीयों के संगठनों की लोगों से छठ पूजा घर पर मनाने की अपील
By भाषा | Updated: November 17, 2020 20:53 IST2020-11-17T20:53:03+5:302020-11-17T20:53:03+5:30

उत्तर भारतीयों के संगठनों की लोगों से छठ पूजा घर पर मनाने की अपील
अहमदाबाद, 17 नवंबर गुजरात के अहमदाबाद एवं सूरत में रहने वाले उत्तर भारतीयों के संगठनों ने मंगलवार को लोगों से अपील की कि वे कोरोना वायरस महामारी के दृष्टिगत नदियों अथवा जलाशयों के किनारे छठ पूजा नहीं मनायें।
इन संगठनों ने लोगों से कहा है कि वे छठ पूजा अपने घर पर ही मनायें। इस साल छठ पूजा 20 और 21 नवंबर को आयोजित की जायेगी। इस पर्व पर श्रद्धालु भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं और प्रार्थना करते हैं।
स्थानीय ‘छठ महापर्व आयोजन समिति’ के ट्रस्टी ललित झा ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर अहमदाबाद में रहने वाले उत्तर भारत के लोगों से अपील की गयी है कि वे छठ पर्व के लिए साबरमती नदी अथवा अन्य कहीं जाकर पूजा अर्चना नहीं करें। उनसे कहा गया है कि वे अपने घरों में ही इसका आयोजन करें।’’
झा ने कहा कि छठ पूजा आयोजन पर लोगों की भीड़ एकत्रित होना कोविड-19 के लिहाज से खतरनाक हो सकता है क्योंकि इस महापर्व के दौरान नदी किनारों पर हर साल करीब एक लाख लोग एकत्रित होते हैं।
सूरत में भी छठ पूजा के आयोजकों ने लोगों से इसी तरह की अपील की है। सूरत में तापी नदी के किनारे और अन्य स्थानों पर भी इस महापर्व का आयोजन किया जाता है।
आयोजकों ने तापी नदी के पास के क्षेत्रों के साथ ही विभिन्न स्थानों पर पोस्टर लगाये हैं और श्रद्धालुओं को सूचित किया है कि इस बार छठ पूजा का अयोजन नहीं किया जायेगा।
अहमदाबाद में करीब दस लाख उत्तर भारतीय रहते हैं जबकि सूरत में इनकी संख्या आठ लाख के करीब है।
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