लाइव न्यूज़ :

घास के मैदानों में रात्रिविश्राम, कैंपिंग पर प्रतिबंध

By भाषा | Updated: November 23, 2020 14:11 IST

Open in App

पिथौरागढ, 23 नवंबर उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित घास के मैदानों का संरक्षण करने के लिए वन विभाग ने जिले में ऐसे मैदानों में रात को रूकने, तंबू लगाने और कैंपफायर के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है ।

जिले के उप प्रभागीय वन अधिकारी नवीन पंत ने बताया कि घास के मैदानों में रात में रूकने,कैंपिंग करने और कैंपफायर के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के अलावा वहां दिन के दौरान जाने वाले लोगों की संख्या को भी 200 तक सीमित कर दिया गया है ।

उन्होंने कहा कि इस कवायद की शुरूआत मुनस्यारी वन रेंज में 3500 मीटर की उंचाई पर स्थित खलिया बुग्याल से कर दी गयी है ।

पंत ने कहा कि यह कदम हिमालयी बुग्यालों को संरक्षित करने की द्रष्टि से उठाया गया है क्योंकि इस प्रकार की मानवीय गतिविधियों से मिट्टी को नुकसान पहुंचता है और वहां प्रदूषण भी होता है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: कच्चे तेल के दामों में उतार-चढ़ाव, जानें ईंधन पर इसका क्या असर; प्राइस लिस्ट यहां

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

पर्सनल फाइनेंसLIC New Schemes: LIC ने शुरू की 2 नई योजनाएं, पूरे परिवार के लिए मिलेगी ये सुविधा, यहां करें चेक

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई