नई दिल्ली। देश में धीरे-धीरे हर जगह पांव पसार रहे कोरोना वायरस पर ब्रेक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा आगे बढ़ सकती है या नहीं, इसपर संशय बना हुआ है। इसे लेकर अफवाहों का बाजार भी गरम है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं खबरों की मानें तो सरकार लॉकडाउन को आगे बढ़ा सकती है। कुछ लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि इसकी अवधि बढ़ाकर तीन महीने कर दिया जाएगा। तेजी से फैलती इन अफवाहों पर कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का कोई विचार नहीं है। कोरोना वायरस के प्रसार से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लागू किया है। बता दें कि लॉकडाउन एक तरह की आपदा व्यवस्था है जो किसी आपदा या महामारी के समय सरकारी तौर पर लागू की जाती है। ऐसी स्थिति में दवा और अनाज जैसी जरूरी चीजों को लेने के लिए बाहर निकलने की अनुमति होती है।
लॉकडाउन के दौरान सभी जरूरी, गैर जरूरी वस्तुओं की ढुलाई की अनुमति दी गयी : गृह मंत्रालय
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने रविवार को कहा कि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लॉकडाउन (बंद) के दौरान जरूरी और गैर जरूरी वस्तुओं में भेद किए बिना सभी सामान की ढुलाई की अनुमति देने को कहा है। गृह सचिव ने स्पष्ट किया कि प्रिंट मीडिया के लिए छूट के तहत अखबार आपूर्ति की व्यवस्था को भी इजाजत दी गयी है। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को एक पत्र में भल्ला ने कहा कि बंद की अवधि के दौरान पैकेटबंद सामग्री सहित दुग्ध संग्रहण और वितरण की आपूर्ति श्रृंखला को भी अनुमति दी गयी है। उन्होंने बताया कि हैंडवाश, साबुन, मुंह धोने वाली सामग्री जैसे साफ-सफाई के सामान, बैटरी और चार्जर की भी अनुमति दी गयी है। इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी की सेवाओं को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की व्यवस्था में शामिल किया गया है।
लॉकडाउन से हो रही परेशानियों के लिए पीएम मोदी ने मांगी लोगों से माफी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये लागू की गयी देशव्यापी बंदी (लॉकडाउन) से लोगों, खासकर श्रमिक एवं कम आय वर्ग के लोगों को हुयी परेशानी के लिये क्षमा मांगते हुये देशवासियों से कोरोना को परास्त करने के लिये चिकित्सकों की सलाह मानने और लॉकडाउन का पालन करने की अपील की। मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशवासियों से कहा कि लॉकडाउन लागू करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। साथ ही उन्होंने इस वायरस को परास्त करने की जंग में जीत का भरोसा जताया।