NO smoking day: सिगरेट पीने वालों को जरूर रोकिए, पैसिव स्मोकिंग से भी लाखों लोगों की मौत

By निखिल वर्मा | Updated: March 11, 2020 13:33 IST2020-03-11T13:33:32+5:302020-03-11T13:33:58+5:30

भारत में जान का खतरा जितना सिगरेट पीने को वालों को है, उतना ही स्मोकर के बगल में खड़े रहने वालों को भी है. हर साल पैसिव स्मोकिंग से दुनिया भर में लाखों की मौत होती है.

NO smoking day 2020 theme celebration history significance in hindi | NO smoking day: सिगरेट पीने वालों को जरूर रोकिए, पैसिव स्मोकिंग से भी लाखों लोगों की मौत

नो स्मोकिंग डे (फाइल फोटो)

Highlightsसिगरेट पीना भी शराब पीने जितना ही खतरनाक है, अगर आप तनाव के दौरान सिगरेट पीते हैं तो यह ज्यादा खतरनाक साबित होगा.तनाव या डिप्रेशन में सिगरेट या शराब की लत लग जाने के बाद आप ठीक होने पर भी उसे छोड़ पाते हैं.

नो स्मोकिंग डे हर साल मार्च महीने के दूसरे बुधवार को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य सिगरेट या तंबाकू पीने वाले लोगों के बीच जागरूकता फैलाना होता है। कई अध्ययनों में ये बात सामने आई है कि सिर्फ सिगरेट पीने वालों को ही जान का खतरा नहीं होता बल्कि पैसिव स्मोकिंग से भी दुनिया भर में लाखों लोग मारे जा रहे हैं। आप भले ही सिगरेट नहीं पी रहे हो लेकिन कोई अगर आपके बगल में बैठकर सिगरेट पी रहा है और धुंआ आपके शरीर के अंदर जा रहा है तो इसे पैसिव स्मोकिंग कहते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार तंबाकू हर साल 70 लाख लोगों की जान लेता है। 60 लाख लोग सीधे इसके लेने से मरते हैं जबकि लाखों लोग पेसिव स्मोकिंग के चलते अपनी जान गंवा बैठते हैं। 

स्मोकिंग के मामले भारत दुनिया के टॉप 4 देश में शामिल

2015 की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में सिगरेट पीने वालों से होने वाली मौतें सबसे ज्यादा चीन, भारत, अमेरिका और रूस में होती है। दुनिया भर में अगर बात की जाए तो 11 फीसदी स्मोकर भारत में रहते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार सिगरेट पीना भी शराब पीने जैसा ही खतरनाक है। बीएमसी पब्लिक हेल्थ में छपी रिपोर्ट के अनुसार एक सप्ताह में 750 मिलीलीटर (1 बोतल) शराब पीने से कैंसर का खतरा उतना ही बढ़ता है जितना 7 दिनों में पुरुषों के 5 सिगरेट पीने से और महिलाओं के 10 सिगरेट पीने से।

भारत में एक तिहाई वयस्क पीते हैं सिगरेट 

-34.6 फीसदी वयस्क स्मोकिंग करते हैं. इनमें 47.9 फीसदी पुरुष और 20.3 फीसदी महिलाएं शामिल हैं
- 14 फीसदी वयस्क तंबाकू का उपयोग करते है
-25.9 फीसदी वयस्क तंबाकू रहित स्मोकिंग करते हैं
-भारत में सिगरेट पीने वालों की संख्या 10 करोड़ से ज्यादा है

(इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के अनुसार)

हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके छुड़ाएं लत

मोदी सरकार ने 2016 में सिगरेट, बीड़ी, खैनी की लत छुड़ाने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800112356 जारी किया था। उस समय बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री थे। अगर आपको सिगरेट या तंबाकू की लत है तो आप इस हेल्पलाइन पर फोन करके काउंलर की सहायता ले सकते हैं। 

सिगरेट छोड़ने के लिए होनी चाहिए मजबूत इच्छाशक्ति

कोई भी डॉक्टर या व्यक्ति बिना आपके इच्छाशक्ति के  नशे की लत नहीं छुड़ा सकता है। सबसे पहले आपको ही तय करना है कि नशा छोड़ने का समय अब आ चुका है।

सिगरेट छुड़ाना के कुछ आसान तरीके

-सुबह उठकर  गुनगुने पानी में शहद मिलाकर नींबू निचोड़े और इसका सेवन करें
-जब भी सिगरेट पीने का मन करें तो आप लौंग, इलायची, च्यूइनगम चबा कर अपना ध्यान हटा सकते हैं
-अदरक और आंवाल को कद्दूकस कर उसे सूखा लें. नींबू और नमक डालकर डिब्बे में भर कर अपने पास रखें. जब भी सिगरेट की तलब लगे तो इस पेस्ट का सेवन करें।

Web Title: NO smoking day 2020 theme celebration history significance in hindi

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