ममता बनर्जी ने नीतीश कुमार की बढ़ाई मुश्किलें? कहा- वह अपने राज्य में नहीं होने देंगे NRC
By रामदीप मिश्रा | Published: September 6, 2019 05:07 PM2019-09-06T17:07:18+5:302019-09-06T17:07:18+5:30
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने NRC को लेकर प्रदेश की विधानसभा में बयान दिया है कि इसे बिहार में नीतीश कुमार लागू नहीं करने देंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी असम में नेशनल सिटिजन रजिस्टर (एनआरसी) की अंतिम सूची जारी होने के बाद से लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर हैं। उन्होंने शुक्रवार (06 सितंबर) को प्रदेश की विधानसभा में कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमारएनआरसी को लागू नहीं करने देंगे। बता दें कि ममता बनर्जी असम में आई एनआरसी की अंतिम सूची को एक 'विफलता' करार दे चुकीं हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सीएम ममता बनर्जी ने कहा, 'मैंने नीतीश कुमार (बिहार के मुख्यमंत्री) से बात की, उन्होंने यह भी कहा कि वे नेशनल रजिस्टर सिटिजन्स (NRC) की अनुमति नहीं देंगे।' ममता बनर्जी इस बयान के बाद सीएम नीतीश कुमार को सफाई देनी पड़ सकती है क्योंकि वह बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं और केंद्र में उनकी पार्टी एनडीए का हिस्सा है।
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee in state Assembly: I spoke to Nitish Kumar (Bihar Chief Minister), he also said that he won't allow National Register of Citizens (NRC). (File pic) https://t.co/gBdOkQutIxpic.twitter.com/AqWMNwIWnw
— ANI (@ANI) September 6, 2019
वहीं, सीएम ममता बनर्जी चंद्रयान-2 को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मानो देश में चंद्रयान पहली बार लॉन्च हुआ हो। इससे पहले भी वे सत्ता में थे तब ऐसा मिशन क्यों नहीं हुआ। यह आर्थिक आपदा से ध्यान भटकाने के लिए किया गया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ी संख्या में बंगालियों को एनआरसी की अंतिम सूची से बाहर रखे जाने को लेकर चिंता जता चुकी हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि एनआरसी की विफलता ने उन सभी लोगों को उजागर कर दिया है जो इससे राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें देश को बहुत जवाब देने हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि ऐसा तब होता है जब कोई कार्य समाज की भलाई और देश के व्यापक हित के बजाय गलत उद्देश्य के लिए किया जाए। मेरी हमदर्दी उन सभी, विशेषकर बड़ी संख्या में बांग्ला भाषी भाइयों और बहनों के साथ है, जो इस व्यर्थ की प्रक्रिया के कारण पीड़ित हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि असम में बहुप्रतीक्षित एनआरसी की अंतिम सूची ऑनलाइन जारी कर दी गई। एनआरसी में शामिल होने के लिए 3,30,27,661 लोगों ने आवेदन दिया था। इनमें से 3,11,21,004 लोगों को शामिल किया गया है और 19,06,657 लोगों को बाहर कर दिया गया है।