बिहार में शराबबंदी का सच जानने के लिए नीतीश सरकार कराएगी सर्वे, मुख्यमंत्री ने किया ऐलान
By एस पी सिन्हा | Published: November 26, 2023 03:44 PM2023-11-26T15:44:18+5:302023-11-26T15:44:18+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सर्वे के बाद ये भी पता चलेगा कि शराबबंदी के बाद कितने लोगों ने शराब छोड़ा है। इसके बाद सरकार फैसला करेगी कि आगे क्या करना है?
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नशा मुक्ति दिवस के मौके पर संवाद भवन में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इसी दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी काफी बेहतर तरीके से चल रही है। हमने महिलाओं की मांग पर इसे लागू किया था। उन्होंने कहा कि अप्रैल 2016 से बिहार में लागू शराबबंदी के पक्ष में कितने लोग हैं अब इसका एक सर्वेक्षण कराया जाएगा। इसे लेकर मद्य निषेध विभाग को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि एक- एक घर जाकर पता कीजिए कि कितने लोग शराबबंदी के पक्ष में हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में हुई जातीय गणना और आर्थिक सर्वे की तरह ही शराबबंदी को लेकर सर्वे किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वे के बाद ये भी पता चलेगा कि शराबबंदी के बाद कितने लोगों ने शराब छोड़ा है। इसके बाद सरकार फैसला करेगी कि आगे क्या करना है? लोगों के घर-घर जाकर सर्वे कीजिए। इसके लिए अलग से पैसे की जरूरत हो तो सरकार देने के लिए तैयार है। सर्वे के बाद एक बाद फिर से बिहार में मानव श्रृंखला बनाया जायेगा।
इस दौरान नीतीश कुमार ने माना कि शराबबंदी को लागू करने में कुछ ढ़िलाई हो रही है। इसलिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इसे सख्ती से लागू करें। उन्होंने मुख्य सचिव आमिर सुबहानी से कहा कि जो अधिकारी और पुलिस वाले शराबबंदी लागू करने मे कोताही बरत रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई करें। इस मौके पर उन्होंने डीजीपी को खोजा पर उनके मंच पर नहीं दिखने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस विभाग के मुखिया को भी बुलाना चाहिए था।
उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को कहा कि पहले हरेक सप्ताह में बैठक करने की बात हुई थी और बैठक हो भी रही थी, पर अब इस बैठक में ढिलाई हो रही है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने बिहार में शराबबंदी के बावजूद बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने का दावा करते हुए कहा कि इस साल सिर्फ राजगीर में 3 करोड़ के आसपास लोग आए। इसी तरह राज्य के अन्य पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। इसलिए अब एक फिर से शराबबंदी पर लोगों की राय जानना जरूरी है। शराबबंदी की वजह से काफी करोड़ों लोगों ने शराब छोड़ दिया और उनके घर और परिवार की तरक्की हुई है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मद्य निषेध के क्षेत्र में बेहतर काम करने पर गोपालगंज और भोजपुर एसपी के अलावे कुछ जिलाधिकारी को भी सम्मानित किया। साथ ही मद्य निषेध के कुम्हरार स्थित कार्यालय का उद्घाटन किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध विभाग में नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र भी दिया। नशा मुक्ति दिवस समारोह के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।