बिहार में नीतीश सरकार भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगी है, सदन में बोले नेता प्रतिपक्ष
By एस पी सिन्हा | Updated: August 26, 2022 17:00 IST2022-08-26T17:00:05+5:302022-08-26T17:00:05+5:30
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा को जब सदन में पहली बार मौका मिला तो वह सरकार पर निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास ना करें।

बिहार में नीतीश सरकार भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगी है, सदन में बोले नेता प्रतिपक्ष
पटना: बिहार विधानसभा की विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। आज विधानसभा में नए विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के आसन पर बैठने के साथ ही सदन की कार्यवाही के दौरान भाजपा सदस्यों ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। भाजपा सदस्यों ने आचार समिति और विशेष समिति की रिपोर्ट सदन में रखने की मांग करते हुए सदन में जमकर हंगामा किया। इसके बाद भाजपा के सभी सदस्य वॉक आउट करते हुए सदन से बाहर निकल गए। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष के संबोधन के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
इस बीच सदन में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा को जब सदन में पहली बार मौका मिला तो वह सरकार पर निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास ना करें। उन्होंने सरकार को खूब आईना दिखाया। विधानसभा अध्यक्ष के आसन पर रहते हुए सरकार की तरफ से उन पर कैसे दबाव बनाया गया, कैसे सदन के अंदर खेल खेलने की कोशिश हुई इन तमाम बातों पर विजय कुमार सिन्हा ने आज सदन में अपनी बात रखी।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार जान बूझकर विधानसभा की विशेष कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करना चाह रही है। बार-बार मांग करने के बावजूद सरकार ने विशेष कमेटी की जांच रिपोर्ट और आचार समिति की रिपोर्ट प्रतिवेदन को सदन में पेश नहीं होने दिया।
विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस के नीति की हवा निकल गई है। इनके मंत्रिमंडल में 72 प्रतिशत से ज्यादा मंत्री दागी हैं, लेकिन इनकी बोलती बंद है, तेजस्वी यादव जांच एजेंसी की खिल्ली उड़ा रहे हैं। इन्हें ना तो कानून के प्रति श्रद्धा है, और ना ही जांच एजेंसियों पर भरोसा है। किसी भी व्यक्ति और संस्था द्वारा जांच एजेंसियों और संस्थाओं को कटघरे में खड़ा करना भी अलोकतांत्रिक व्यवहार की श्रेणी में आता है। हालांकि इस दौरान सत्तापक्ष के विधायक टोकाटोकी भी करते रहे, लेकिन विजय कुमार सिन्हा नहीं रुके।
नेता प्रतिपक्ष ने नए विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी से कहा कि आप ये सुनिश्चित करें कि विधायिका की गरिमा कैसे बढ़े। मैं चाहता हूं कि जिस आसन पर आप बैठे हैं, उसे आप प्रभावित करें। बिहार जो अपराध और भ्रष्टाचार से कलंकित हुआ है, उसे आप मुक्त दिलाएं। सदन में एक नया वातावरण बनाएं यही आपसे विनती है।