लॉकडाउन के बीच बिहार में नीतीश सरकार ने किया ऐलान, राशन कार्ड वाले परिवारों को मिलेंगे 1-1 हजार रुपये
By अनुराग आनंद | Updated: March 25, 2020 15:26 IST2020-03-25T15:26:05+5:302020-03-25T15:26:05+5:30
बिहार मेॆ सभी डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को 1 महीने का मूलवेतन प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिया जाएगा।

नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
पटना: कोरोना संकट के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सभी राशन कार्ड वाले परिवारों के अकाउंट में 1-1 हजार रुपये मिलेंगे। इसके पहले नीतीश कुमार ने कहा था कि राशन कार्ड वाले परिवार को 1 महीने का राशन फ्री में दिया जाएगा। यही नहीं सरकार ने कहा था कि पेंशभोगियों को 3 महीने की पेंशन अडवांस में मिलेगी। पूरे प्रदेश में राशन कार्ड वाले हर परिवार को 1000 रुपये दिए जाएंगे। पहली से 12वीं क्लास के बच्चों को 31 मार्च तक मिलेगी स्कॉलरशिप।
इसके साथ ही बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्टिपल में एक शख्स के कोरोना संक्रमण से ग्रस्त होने की पुष्टि हुई है। मिली जानकारी के अनुसार इसकी उम्र 29 साल है और ये हाल में गुजरात के भावनगर से पटना आया है। फिलहाल इसकी ट्रेवल हिस्ट्री की और जांच प्रशासन द्वार की जा रही है।
गौरतलब है कि बिहार में भी कोरोना वायरस संक्रमण रोकथाम के लक्ष्य से लॉकडाउन की घोषणा इसी सोमवार से कर दी गई थी। बिहार सरकार ने अन्य राज्यों से लौट रहे प्रदेशवासियों के रहने की अस्थाई व्यवस्था उनके गांवों में स्थित विद्यालय भवनों में करने का निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिया है। बता दें कि बिहार में कोरोना से अब तक एक शख्स की मौत हुई है।
वहीं, बिहार सभी डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को 1 महीने का मूलवेतन प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिया जाएगा। कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने ताजा जानकारी देते हुए बताया कि देश में कोरोना के अब तक करीब 562 मामले सामने आए हैं, जबकि करीब 40 मरीज ठीक हो चुके हैं।
All doctors and medical staff in #Bihar will get an amount equivalent to their one month of basic pay as encouragement: Chief Minister Nitish Kumar on #CornavirusPandemichttps://t.co/4bQ7FKmJEd
— ANI (@ANI) March 23, 2020
वहीं, भारत में अब तक 11 लोगों की मौत हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेक्रटरी लव अग्रवाल ने दी है। वहीं, आईसीएमआर डीजी बलराम भार्गव ने बताया कि देश की 13 लेबोरेट्री चेन ने कोरोना के टेस्ट के लिए रजिस्टर किया है। इनके देशभर में 15,000 कलेक्शन सेंटर हैं।
19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पूरी तरह से लॉकडाउन किया गया है। हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को केवल हेल्थ वर्कर्स के लिए सुझाया गया है। ऐसे हेल्थ वर्कर जो कोरोना के मरीज का इलाज कर रहे हैं या फिर किसी मरीज की देखभाल में लगे लोगों के लिए। इसे केवल ऐहतियातन लिया जा सकता है।