हाल के दिनों में नितिन गडकरी के बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा जोरों पर है. उनके एक के बाद एक बयान सामने आ रहे हैं जिससे कहीं न कहीं बीजेपी नेतृत्व के प्रति उनकी नाराजगी खुल कर सामने आ रही है. लेकिन नितिन गडकरी का आरोप है कि मीडिया उनके बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है. हाल ही में दिया गया उनका बयान कि जनता वादे पूरा नहीं होने पर पिटाई भी करती है, उनके इस बयान के बाद बीजेपी बैकफूट पर नजर आई. बीजेपी के बड़े नेता उनके इस बयान पर चुप्पी साध गए.
नितिन गडकरी के बयान को विपक्ष ने बखूबी भुनाने की कोशिश की. तमाम नेता नितिन गडकरी का समर्थन करते हुए दिखे. ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मौके का फायदा उठाने की पूरी कोशिश की. उन्होंने ट्वीट किया और कहा कि मोदी कैबिनेट में गडकरी एक मात्र ऐसे नेता हैं जो सरकार की फ्लॉप हो चुकी नीतियों की खुल कर आलोचना करते हैं. उन्होंने इसके लिए नितिन गडकरी को शाबासी भी दी. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने ये चैलेंज भी दिया कि राफ़ेल मुद्दे पर भी उन्हें कुछ बोलना चाहिए. कुछ देर बाद किए एक और ट्वीट में उन्होंने जॉब पर भी बोलने को कहा.
अब राहुल गांधी के ट्वीट का गडकरी ने भी जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि पहले अपना घर राहुल गांधी को संभाल लेना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने ये साफ कर दिया कि प्रधानमंत्री तो मोदी जी ही बनेंगे.