नीति आयोग का स्वास्थ्य सूचकांक : विजयन ने स्वास्थ्य कर्मियों की ‘निस्वार्थ सेवा’ की भूमिका को सराहा
By भाषा | Updated: December 28, 2021 16:55 IST2021-12-28T16:55:45+5:302021-12-28T16:55:45+5:30

नीति आयोग का स्वास्थ्य सूचकांक : विजयन ने स्वास्थ्य कर्मियों की ‘निस्वार्थ सेवा’ की भूमिका को सराहा
तिरुवनंतपुरम, 28 दिसंबर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की समर्पित सेवा और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने पर केंद्रित सरकार की नीति ने राज्य को लगातार चौथी बार नीति आयोग के स्वास्थ्य सूचकांक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बड़े राज्य के रूप में उभरने में मदद की है।
उन्होंने ट्वीट किया, “केरल एक बार फिर नीति आयोग के स्वास्थ्य सूचकांक में बेहतर प्रदर्शन वाले राज्य के रूप में उभरा है। इस उपलब्धि की सबसे बड़ी वजह वे नीतियां हैं जो सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करती हैं और इसकी सफलता सुनिश्चित करने वाले हमारे स्वास्थ्य कर्मियों का समर्पण।”
विजयन ने कहा कि दक्षिणी राज्य बाढ़ जैसी प्रतिकूल स्थितियों से जूझते हुए वर्ष 2019-20 के प्रदर्शन में शीर्ष पर उभरा और इससे उपलब्धि का मूल्य बढ़ जाता है।
एक फेसबुक पोस्ट में, विजयन ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करने की वाम मोर्चा की नीति संकट के समय में भी दृढ़ता से लागू की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “स्वास्थ्य कर्मियों की निस्वार्थ सेवा ने केरल को इस महान जिम्मेदारी को बेहतरीन तरीके से निभाने में सक्षम बनाया है।" उन्होंने यह भी कहा कि बाद में आए कोविड-19 के प्रकोप को भी इस अनुकरणीय तरीके से नियंत्रित किया जा सका।
मुख्यमंत्री ने महामारी के ओमीक्रोन स्वरूप के मद्देनजर स्वास्थ्य क्षेत्र में अधिक सतर्क हस्तक्षेप की आवश्यकता पर भी बल दिया।
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