निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में मौत की सजा पाए चारों दोषियों के लिए दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल ने नोटिस जारी किया है। तिहाड़ जेल के अधीक्षक ने चारों दोषियों से कहा है, "यह सूचित किया जाता है कि भारत के राष्ट्रपति के समक्ष मृत्युदंड को लेकर दया याचिका की गुहार लगाने के अलावा आपके मामले में सभी तरह के कानूनी उपचार खत्म हो गए हैं।
अगर राष्ट्रपति के समक्ष अपने मृत्युदंड को लेकर दया याचिका दायर करना चाहते हैं तो आपको इसे नोटिस की रसीद मिलने के सात दिन के भीतर जेल अधिकारियों के जरिये करना होगा। ऐसा न होने पर यह मान लिया जाएगा कि आप अपने मामले दया याचिका दायर नहीं करना चाहते हैं और जेल प्रशासन कानून के अनुसार आगे की जरूरी कानूनी कार्यवाही शुरू करेगा।''
बता दें 2012 में 16 दिसंबर को दक्षिण दिल्ली के मुनिरका इलाके में एक बस में एक युवती की गैंगरेप के बाद निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। दोषियों ने वहशीपन की सारी हदें पार कर दी थी। इस मामले ने पूरे देश में उबाल ला दिया था। मामले में पांचों दोषी पकड़ लिए गए थे। दोषियों को मृत्युदंड मिला हुआ है।
इस मामले के एक आरोपी राम सिंह ने आत्मगिलानी के चलते तिहाड़ जेल में ही आत्महत्या कर ली थी। वहीं बचे चार दोषियों में से अक्षय, विनय और मुकेश तिहाड़ जेल में बंद हैं जबकि पवन मंडोली जेल में बंद है। इन चारों दोषियों के पास राष्ट्रपति के पास मृत्युदंड से बचने के लिए दया याचिका दायर करने की मोहलत बाकी है।
इनको दिए गए नोटिस के मुताबिक, अगर इन्होंने राष्ट्रपति को दया याचिका दाखिल नहीं की तो तिहाड़ जेल प्रशासन निचली अदालत में अर्जी देकर डेथ वारंट हासिल कर लेगा और फिर चारों को फांसी पर लटका दिया जाएगा।