निर्भया मामला: दोषी की मां ने निर्भया की मां से बेटे की जान की भीख मांगते हुए कहा-"मेरे बेटे को माफ कर दो"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 8, 2020 13:04 IST2020-01-08T13:01:37+5:302020-01-08T13:04:01+5:30
मामले में दो दोषियों राम सिंह और मुकेश सिंह की मां इलाका छोड़ कर अपने परिवार के पास राजस्थान चलीं गई हैं। वहीं दोषी विनय शर्मा और पवन गुप्ता का परिवार वहीं झुग्गी बस्ती में रहता है। पवन गुप्ता का परिवार जहां रहता है, वहां के लोग कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए। एक महिला मे कहा,‘‘ अगर मीडिया से बात करो को पवन की मां झगड़ा करती है।

निर्भया मामला: दोषी की मां ने निर्भया की मां से बेटे की जान की भीख मांगते हुए कहा-"मेरे बेटे को माफ कर दो"
दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया बलात्कार मामले के दोषियों के खिलाफ मंगलवार को मौत का वारंट जारी किया जिसके बाद पूरे देश ने निर्भया को न्याय मिलने पर राहत की सांस ली। इसी बीच एक भकर सामने आ रही है कि मंगलवार को अदालत में जज ने चारों दोषियों को 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी पर लटकाए जाने का आदेश दिया, उससे कुछ ही क्षण पहले एक दोषी की मां को निर्भया की मां के पास गिड़गिड़ाते देखा गया।
एनडीटीवी रिपोर्ट के मुताबिक, दोषी मुकेश सिंह की मां चलकर निर्भया की मां के पास गई, और भीख मांगने के अदाज़ में उनकी साड़ी पकड़कर गिड़गिड़ाई, "मेरे बेटे को माफ कर दो, मैं उसकी ज़िन्दगी की भीख मांगती हूं..." वह रोती रही, और निर्भया की मां भी. और फिर निर्भया की मां ने जवाब दिया, "मेरी भी बेटी थी... उसके साथ क्या हुआ, मैं कैसे भूल जाऊं...? मैं इंसाफ के लिए सात साल से इंतज़ार कर रही हूं..."
इसके अलावा बता दें कि देश भर में जहां फांसी की सजा को लेकर खुशी है। वहीं, कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहां इस फैसले के बाद से सन्नाटा पसरा है और यह वह स्थान है जहां दोषियों के परिजन रहते हैं। दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को आदेश दिया कि दोषियों - मुकेश (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को 22 जनवरी की सुबह सात बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी।
दोषी विनय शर्मा के पिता राष्ट्रीय राजधानी के रविदास कैंप में छोटे और अंधेरे मकान का दरवाजा बंद करते हुए कहते हैं, ‘‘अब हमारे कहने के लिए कुछ भी नहीं बचा है, कृपया कर हमें अकेला छोड़ दीजिए।’’ इलाके में सन्नाटा पसरा है। गुट बना कर बात कर रहीं कुछ महिलाएं कॉलोनी में किसी भी अजनबी चेहरे को देख की आशंकित हो गईं और कुछ भी कहने से बचती दिखाई दीं। उनमें से एक महिला ने कहा,‘‘यहां सब ठीक है।’’ इलाके का कोई भी व्यक्ति बात करने से कतराता नजर आया और जिन्होंने बात की भी, तो बस इतनी कि ‘यहां सब ठीक है।’
मामले में दो दोषियों राम सिंह और मुकेश सिंह की मां इलाका छोड़ कर अपने परिवार के पास राजस्थान चलीं गई हैं। वहीं दोषी विनय शर्मा और पवन गुप्ता का परिवार वहीं झुग्गी बस्ती में रहता है। पवन गुप्ता का परिवार जहां रहता है, वहां के लोग कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए। एक महिला मे कहा,‘‘ अगर मीडिया से बात करो को पवन की मां झगड़ा करती है।
जब सब समाप्त हो जाएगा तो आप लोग तो चले जाओगे लेकिन हमें तो यहीं रहना है।’’ गुप्ता के परिवार ने भी पीटीआई से बात करने से मना कर दिया। उसी इलाके में एक दुकान के बाहर बैठे कुछ लोगों ने अदालत के फैसले की सराहना की। उनमें से कुछ ने कहा कि अगर आपने गलत किया है तो आपको बख्शा नहीं जाएगा।