जयपुर: प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की गैरकानूनी गतिविधियों से जुड़े एक मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने शनिवार को राजस्थान में सात स्थानों पर छापेमारी की। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
संघीय आतंकवाद रोधी एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोटा में तीन स्थानों पर और माधोपुर, भीलवाड़ा, बूंदी और जयपुर जिलों में एक-एक स्थान पर छापेमारी की गई। प्रवक्ता ने बताया कि ये छापे संदिग्धों के आवासीय और वाणिज्यिक परिसरों पर मारे गए। अधिकारी ने कहा कि छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण, एक एयरगन, धारदार हथियार और दस्तावेज जब्त किए गए।
प्रवक्ता ने कहा कि छापेमारी उस मामले में आगे की कार्रवाई के तहत की गई जो एनआईए ने पिछले साल 19 सितंबर को विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिलने के बाद दर्ज किया था कि पीएफआई सदस्य सादिक सर्राफ (बारां निवासी) और मोहम्मद आसिफ (कोटा निवासी) अन्य के साथ "गैरकानूनी गतिविधियों" में लिप्त हैं। प्रवक्ता ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।
बताया जा रहा है कि इमराज रंगरेज नाम के एक व्यक्ति की पहचान की गई है, जिसके भीलवाड़ स्थित ठीकानों पर छापेमारी की गई है। इस बीच जांच एजेंसी ने पीएफआई के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद नदीम के घर पर छापा मारा। एजेंसी के हवाले से कहा गया कि उन्हें सूचना मिली थी कि सादिक सर्राफ, मोहम्मद आसिफ के साथ पीएफआई के पदाधिकारी, सदस्य और कार्यकर्ता गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल हैं।
भारत में संगठन पर लगा है प्रतिबंध
बता दें कि केंद्र सरकार ने सितंबर 2022 में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई और उसके कई सहयोगियों पर सख्त आतंकवाद विरोधी कानून के तहत पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। संगठन पर आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध रखने और देश नें सांप्रदायिक नफरत फैलाने की कोशिश करने का आरोप है।