'राइजिंग इंडिया समिट' में पहुंचे पीएम मोदी, कहा- 'राइजिंग इंडिया सिर्फ दो शब्द नहीं, सवा सौ करोड़ भारतीयों की ताकत'
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: March 17, 2018 00:19 IST2018-03-17T00:19:15+5:302018-03-17T00:19:15+5:30
देश मीडिया समूह नेटवर्क 18 के 'राइजिंग इंडिया समिट' की आज शुरुआत हुई जहां पीएम मोदी पहुंचे। पहले दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि बहुत से देशों में यह अवधारणा रही है

'राइजिंग इंडिया समिट' में पहुंचे पीएम मोदी, कहा- 'राइजिंग इंडिया सिर्फ दो शब्द नहीं, सवा सौ करोड़ भारतीयों की ताकत'
देश मीडिया समूह नेटवर्क 18 के 'राइजिंग इंडिया समिट' की आज शुरुआत हुई जहां पीएम मोदी पहुंचे। पहले दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि बहुत से देशों में यह अवधारणा रही है कि सरकार विकास को परिवर्तन को लीड करे और नागरिक उसे फॉलो करें। पिछले चार वर्षों में भारत ने हमने यह स्थिति बदल दी है। अब देश का सामान्य नागरिक लीड करता है और सरकार उसे फॉलो करती है. पीएम ने कहा कि उनके लिए राइजिंग इंडिया का मतलब देश की सवा सौ करोड़ जनता के स्वाभिमान का विकास है।
पीएम ने बात करते हुए कहा है कि आज स्वस्छता अभियान का मैसेज घर-घर पहुंचा है कि गंदगी अपने साथ बीमारी और स्वच्छता स्वस्थ्य लाता है। आजादी के बाद देश के 18 हजार गांवों में बिजली नहीं थी, उनमें से 13 हजार गांव पूर्व भारत के थे, आज हर गांव को हमने रोशनी दी यही राइजिंग इंडिया है। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी को बढ़ावा देवे के लिए सरकार उड़ान योजना के तहत पूर्वी भारत में 12 नए एयरपोर्ट बना रही है।जिनमें से 6 नार्थ ईस्ट में हैं। साथ ही एम्स की स्थापना भी पूर्व भारत में हमारी सरकार ने की है।
हमारा केवल एक ही मंत्र है सबका साथ सबका विकास इसकी के साथ ही हम विकास की योजनाओं को लागू कर पा रहे हैं। पीएम मोदी ने यहां कहा कि 2014 में जब हमारी सरकार बनी थी तब केवल मेडिकल में केवल 52 हजार सीटें थीं जो अब 82 हजार बढ़कर हो गई हैं। उन्होंने कहा कि राइजिंग एक ऐसी तस्वीर है जिस पर हर हिंदुस्तानी को गर्व होगा, भारत ने केवल खुद को नहीं पूरे विश्व को एक नई ऊंचाई दी है।
ये भारत का आत्मविश्वास है कि जहां पूरी दुनियां 2030 में टीबी को खत्न करने की बात कर रही है,हमने उससे पहले 2025 में इसे खत्म करने की ठानी है और ये हम दुनिया को करके दिखा देंगे। पीएम ने कहा कि राइजिंग इंडिया केवल 2 शब्द नहीं दो बल्कि सवा सौ करोड़ भारतियों की ताकत है।