न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन ने अपडेट किया नाम अब से होगा ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन’
By भाषा | Updated: August 13, 2021 21:32 IST2021-08-13T21:31:59+5:302021-08-13T21:32:39+5:30
न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने अपना नाम अपडेट कर ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन’ कर लिया है. शुक्रवार को इस मामले में एनबीए ने कहा कि उसने डिजिटल मीडिया समाचार प्रसारकों को अपने दायरे में लाने के लिए अपना नाम बदलकर न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन (एनबीडीए) करने का फैसला किया है.

न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन ने अपडेट किया नाम अब से होगा ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन’
न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने अपना नाम अपडेट कर ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन’ कर लिया है. शुक्रवार को इस मामले में एनबीए ने कहा कि उसने डिजिटल मीडिया समाचार प्रसारकों को अपने दायरे में लाने के लिए अपना नाम बदलकर न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन (एनबीडीए) करने का फैसला किया है.
एनबीए ने कहा कि एनबीए बोर्ड ने डिजिटल मीडिया न्यूज प्रसारकों को शामिल करने के साथ 14 साल पहले एसोसिएशन द्वारा स्थापित स्व-नियामक निकाय, न्यूज ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड अथॉरिटी (एनबीएसए) के नाम को भी बदलकर ‘न्यूज ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल स्टैंडर्ड अथॉरिटी’ करने का फैसला किया है.
अपने बयान में एनबीए ने कहा कि, एनबीए बोर्ड द्वारा डिजिटल मीडिया समाचार प्रसारकों को जोड़ने के कदम को ‘प्रतिबिंबित’ करने का फैसला किया गया क्योंकि प्रौद्योगिकी के कारण उसके सदस्यों के साथ मीडिया परिदृश्य ‘‘काफी’’ बदल गए हैं.
निर्णय की घोषणा करते हुए एनबीए के अध्यक्ष रजत शर्मा ने कहा कि, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि एनबीडीए प्रसारण और डिजिटल मीडिया दोनों के लिए एक मजबूत आवाज बन जाएगी.’’ उन्होंने कहा कि वाणिज्यिक और नियामक मुद्दों के साथ, यह एसोसिएशन को वाक् और अभिव्यक्ति के मौलिक अधिकार की रक्षा करने में भी सक्षम बनाएगा, जिसकी गारंटी देश के संविधान में दी गयी है.
उन्होंने कहा, ‘‘एनबीए ने डिजिटल मीडिया समाचार प्रसारकों को अपने दायरे में लाने का फैसला किया है. अपने नए चरण में डिजिटल मीडिया समाचार प्रसारकों को शामिल करने के साथ एनबीए बोर्ड ने निकाय का नाम एनबीए से बदलकर एनबीडीए करने का निर्णय लिया है.’’ एनबीए ने कहा कि इसमें ‘‘देश के शीर्ष समाचार चैनल’’ शामिल हैं, जिसके पास ‘‘भारत में समाचार टेलीविजन दर्शकों की 80 प्रतिशत व्यूअरशिप’’ है.