नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन का शिलान्यास किये जाने को लेकर पहले से हमलावर कांग्रेस ने तीखी आलोचना की।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित अपने ट्वीट में लिखा "इतिहास में यह भी दर्ज होगा कि जब अन्नदाता सड़कों पर 16 दिन से हक़ों की लड़ाई लड़ रहे थे तब आप सेंट्रल विस्टा के नाम पर अपने लिए महल खड़ा कर रहे थे, लोकतंत्र में सत्ता सनक पूरी करने का नहीं , जन सेवा और लोक कल्याण का माध्यम होती है। "
राहुल गांधी के अलावा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, आरजेडी , सपा सहित अनेक दलों ने इस नए संसद भवन के निर्माण को लेकर कड़ी आलोचना की है। ग़ौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय ने भी सरकार के नया संसद भवन बनाने के फैसले पर कड़ा रुख अपनाते हुए इस बात की पाबंदी लगायी है कि जब तक अदालत अपना फ़ैसला नहीं सुना देती तब तक शिलान्यास के अलावा किसी भी प्रकार के निर्माण पर पाबंदी रहेगी।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी तल्ख़ टिप्पणी की यह कहते हुए , "संसद पत्थर से बनी इमारत नहीं, संसद प्रजातंत्र है , संविधान की मर्यादाओं का मानना है , सामाजिक समानता है , भाईचारा और साद-भाव है तथा 130 करोड़ भारतीयों की आशा है। इन सब को रौंद कर बनायीं गयी नयी संसद की इमारत कैसी होगी ? "ग़ौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सैंकड़ों वर्ष पुरानी संसद की इमारत को अलविदा कहने का फैसला कर आज नयी इमारत के लिए आज आधारशिला रखी।