कोच्चि, 11 फरवरी केरल में चल रहा नया संग्रहालय आंदोलन, संस्कृति के संरक्षण के बारे में पुरानी धारणाओं को चुनौती देने और उनमें क्रांतिकारी बदलाव लाने का माध्यम बन रहा है।
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ वेणु ने कहा कि राज्य भर में छोटे संग्रहालयों को बड़े स्तर पर दिखाना, नए संग्रहालय आंदोलन का एक प्रमुख पक्ष है।
उन्होंने यहां एक मीडिया सम्मेलन में कहा, “कुछ ऐतिहासिक अवसर इतने महत्वपूर्ण होते हैं कि स्थानीय लोगों से उनका विशेष जुड़ाव होता है। ऐसी थीम पर संग्रहालय बनाने से क्षेत्र के निवासियों को गर्व का अनुभव होता है।”
संग्रहालय बनाने की पहल ‘केरलम म्यूजियम’ नामक संगठन द्वारा की जा रही है जिसकी स्थापना संग्रहालयों के निर्माण और आधुनिकीकरण के लिए की गई थी।
वर्ष 2011 में स्थापित की गई परियोजना के लिए 12 फरवरी का दिन अहम रहा जब थीम आधारित दो संग्रहालयों का अनावरण किया गया जिनमें न केवल क्षेत्रीय इतिहास के महत्व की वस्तुओं को संजोया गया है।
त्रिपुनितुरा में ‘हिल पैलेस’ संग्रहालय खोला जाएगा जिसमें कोच्चि पर शासन करने वाले राजवंशों से संबंधित वस्तुएं प्रदर्शित की जाएंगी।
वेणु ने कहा कि इन दोनों संग्रहालयों की स्थापना से राज्य सरकार के एक दशक पुराने अभियान को आगे ले जाने में सहायता मिलेगी जिसके तहत संग्रहालयों को आज के तौर तरीकों के मुताबिक परिवर्तित किया जाना था।
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