नेपाल में एक के बाद एक भूकंप के झटकों से कई मकानें क्षतिग्रस्त, 6 लोगों की मौत, बुधवार उत्तराखंड में भूकंप के दो झटके
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 9, 2022 09:32 AM2022-11-09T09:32:56+5:302022-11-09T10:00:13+5:30
भूकंप के झटके उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और गुरुग्राम और गाजियाबाद सहित पूरे उत्तर भारत में महसूस किए गए।
काठमांडूः पश्चिमी नेपाल में मंगलवार देर रात आए 6.6 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य लोग घायल हो गए। वहीं उत्तराखंड में कुछ घंटों के अंतराल में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे डरकर लोग घरों से बाहर निकल आए। मंगलवार देर रात एक बजकर 57 मिनट पर आए भूकंप के तेज झटके से लोग अचानक गहरी नींद से जागे और अनहोनी की आशंका से घरों से बाहर भागे।
नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी केंद्र के अनुसार, नेपाल में देर रात दो बजकर 12 मिनट पर 6.6 तीव्रता का भूकंप आया जिसका केंद्र डोटी जिले में था। डोटी जिले के पुलिस उपाधीक्षक भोला भट्टा ने बताया कि भूकंप के दौरान कई मकान क्षतिग्रस्त हुए और उसके मलबे में दबने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। भूकंप संबंधी घटनाओं में पांच अन्य लोग घायल भी हुए हैं। इससे पहले पश्चिमी नेपाल में भूकंप के दो झटके महसूस किए गए। मंगलवार रात नौ बजकर सात मिनट पर 5.7 तीव्रता का भूकंप आया और इसके कुछ देर बाद रात नौ बजकर 56 मिनट पर 4.1 तीव्रता का भूकंप आया।
वहीं बुधवार सुबह करीब 1.57 बजे 6.3 तीव्रता का दूसरा भूकंप आया, जिसके झटके दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और यहां तक कि लखनऊ में भी महसूस किए गए। दूसरे भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से 90 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में था। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि भूकंप से संबंधित किसी भी नुकसान के बारे में आपातकालीन संचालन केंद्र पर कोई कॉल नहीं आई है।
भूकंप के झटके उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और गुरुग्राम और गाजियाबाद सहित पूरे उत्तर भारत में महसूस किए गए। नेपाल में अप्रैल 2015 में 7.8 की तीव्रता के विनाशकारी भूकंप में करीब नौ हजार लोग मारे गए थे और करीब 22 हजार अन्य लोग घायल हुए थे। इसमें आठ लाख से अधिक मकान, स्कूल व अन्य इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं थी।