2019 से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी करा सकती है NEET का एग्जाम
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 13, 2018 08:02 PM2018-06-13T20:02:12+5:302018-06-13T20:02:12+5:30
मानव संसाधन मंत्रालय के हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक आरटीआई के जवाब में कहा गया कि जल्द ही चुनिंदा कुछ उच्च शिक्षा प्रवेश परीक्षाों को आयोजित करने की जिम्मेदारी सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन से लेकर नेशनल टेस्टिंग (NTA) एजेंसी को सौंप दिया जाएगा।
नई दिल्ली, 13 जून: मानव संसाधन मंत्रालय के हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक आरटीआई के जवाब में कहा गया कि जल्द ही चुनिंदा कुछ उच्च शिक्षा प्रवेश परीक्षाों को आयोजित करने की जिम्मेदारी सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन से लेकर नेशनल टेस्टिंग (NTA) एजेंसी को सौंप दिया जाएगा। बता दें कि पिछले साल नवंबर में उच्च शिक्षा संस्थानों में एंट्रेंस टेस्ट कराने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) बनाने को मंजूरी दे दी। बताया गया था कि कुछ महीनों के बाद इसकी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इतना ही धीर-धीरे यह एजेंसी दूसरे एग्जाम का आयोजन भी करेगी।
अभी सीबीएसई मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए नीट और यूजीसी की नेट, टीईटी परीक्षाएं कराता है। देश में हर साल करीब 40 लाख स्टूडेंट्स कॉम्पिटीटिव एग्जाम्स में बैठते हैं, जबकि इन एजेंसियों का यह काम नहीं है। इसलिए इस साल बजट भाषण में अरुण जेटली ने एनटीए के गठन की बात कही थी।
ताजा खबरों के मुताबिक सीबीएसई द्वारा कराई जा रही उच्च शिक्षा के लिए एंट्रेंस एग्जाम की जिम्मेदारी 2019 के बाद एनटीए सौंप दी जाएगी। एनटीए पूरी तरह से तैयार होने के बाद अन्य परीक्षा धीरे-धीरे उठाई जाएगी। साल भर में प्रवेश परीक्षा कम से कम दो बार ऑनलाइन मोड में आयोजित की जाएगी। बता दें कि ह्यूमन रिसोर्स एंड डेवलपमेंट (HRD) मिनिस्ट्री एजुकेशन स्पेशलिस्ट को एनटीए का चेयरमैन नियुक्त करेगी। साथ ही, इसमें एक डायरेक्टर (महानिदेशक) जनरल को भी अप्वाइंट किया जाएगा।
एनटीए की सेवाएं लेने वाले संस्थानों के रिप्रेजेंटेटिव्ज से एनटीए का बोर्ड ऑफ गवर्नर्स बनेगा। नौ स्पेशलिस्ट महानिदेशक की मदद के लिए चिह्नित किए जाएंगे। सरकार एनटीए को 25 करोड़ रुपए की एकमुश्त राशि देगी। एजेंसी बाकी खर्च स्टूडेंट की एग्जाम फीस से खुद जुटाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं की सुविधा के लिए जिला और तहसील स्तर पर सेंटर बनाए जाएंगे, जिससे वहां के युवाओं को भी बेहतर मौके मिल सकें।